जयलाल वर्मा चारणवासी (नोहर)
प्रचंड़ ग्रर्मी में पानी से भरे कूलर व ठंडा पानी पीने से भी राहत नहीं मिल पा रही। लेकिन ऐसी स्थिति में गांव जसाना के आंगनबाड़ी केंद्र बी में बिजली व ठंडे पानी की व्यवस्था तक नहीं हैं।
जहां हर रोज सुबह 7 से 11 बजे तक पांच साल तक के नौनिहालों के साथ आंगनबाड़ी कार्यक्रताएं ग्रर्मी में तपती हैं। बिजली के अभाव में पंखा न चलने से बच्चे पसीने में तर रहते हैं। आंगनबाड़ी कार्यक्रता,आशा व सहायका बच्चों को हाथ पंखे से हवा डालने व ठंडे पानी की व्यवस्था में लगी रहती हैं। लेकिन भयंकर ग्रर्मी के कारण बच्चों को बैठाय रखना मुश्किल हो जाता हैं।

आंगनगाड़ी के बच्चे पंजीकृत हैं। अपने बच्चों को प्रचंड़ ग्रर्मी से बचाने के लिए अभिवावक उन्हें आंगनबाड़ी भेजने में परहेज कर रहे हैं। वहीं अभिवावकों ने बताया कि जब बच्चे छुट्टी के बाद घर पहुंचते हैं तो प्यास से व्याकुल हो जाते हैं। लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा हैं। ग्रर्मी शुरू होने से पूर्व विभाग द्वारा केंद्रों में बिजली व ठंडे पानी की व्यवस्था की सुनिश्चिता नहीं की जा रही। ओर केंद्र में बिजली व पानी की व्यवस्था करना

कार्यक्रता,आशा व सहायकाओं के स्तर की बात नहीं हैं। यहां होने वाले खर्च से कम उन्हें तनख्वाह मिलती हैं। चिंतित अभिवावकों ने विभाग के सीडीपीओं से केंद्र में बिजली व ठंडे पानी की व्यवस्था की मांग की हैं। पंस सदस्य रमेश बेनिवाल नेे

बताया कि विभाग बच्चे के प्रति इतनी बड़ी लापरवाही। अगर विभाग द्वारा केंद्र में बिजली कनेक्षन करवाकर पंखे लगवाए ओर ठंडे पानी के पुख्ता इंतजाम नहीं किए तो अभिवावकों को साथ लेकर धरना शुरू करेंगे।
बच्चों के प्रति गंभीर नहीं सरकार/विभाग: बच्चों के प्रति सरकार व विभाग दोनों ही गंभीर नहीं हैं। सरकार ने 1 मई को आंगनवाड़ी केंद्रों के समय में परिवर्तन करते हुए समय सुबह 7 से 11 बजे तक किया गया। अभिभावकों का कहना है। कि आंगनवाड़ी केंद्र में जाने वाले नौनिहालों के लिए 11 बजे तक रहने का समय अनुचित हैं। बता दें कि मई व जून में 11 बजे तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है ऐसी स्थिति में आंगनवाड़ी केंद्र से बच्चों को घर आने में भी भारी परेशानी होती है। गर्मी में आंगनवाड़ी केंद्र जाने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर अभिवावक काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।