चारणवासी.खिनानिया वितरिका का बेड लेवल नीचा होने के कारण मोघो में निर्धारित पानी प्रवाह न होने के कारण खेत सिंचित नहीं होने से किसान परेशान है किसानों द्वारा पिछले 27 साल से बेड लेवल ऊंचा करवाने की मांग की जा रही है बता दें कि सन् 1995-96 में अनुचित बेड लेवल के साथ नहर का निर्माण करवाया गया,अनुचित लेवल के अनुसार मोघे लगा दिए,जिस कारण मोघो में पूरा निर्धारित पानी प्रवाह न होने से किसानों के अधूरे खेत सिंचित होने लगे,जिसके बाद लगातार किसानों द्वारा बेड लेवल सही करने की मंाग उठाई गई,बताते चलें कि फेफाना हेड से रतनपुरा हेड तक 11 किमी लंबी खिनानिया वितरिका में 14 मोघे लगे है कई बार नहर में क्षमता से आधा पानी प्रवाहित होता है जो बेड लेवल नीचा होने के कारण मोघो से नीचे -नीचे ही प्रवाह होता है और मोघे बंद रहते है। फेफाना,चारणवासी,रतनपुरा,चक 9,12 केएनएन सहित चकों के किसानों ने हस्ताक्षर युक्त जिला प्रभारी गोविन्द मेघवाल,विधायक अमित चाचाण को ज्ञापन देकर खिनानिया वितरिका का बेड लेवल ऊंचा करवाने की मांग की,वहीं फेफाना हेड से पूर्व दिशा में नहर का दर्जन स्थानों से बेड लेवल टूट चुका है जिस कारण नहर टूटने का खतरा रहता है
पुल के सुरक्षा दीवार की मांग: चक 6 केएनएन में खिनानिया वितरिका पर बने पुल के दक्षिण दिशा में दीवार निर्माण की मांग जनप्रतिनिधियों से की जा रही है किसान अमर सिंह खीचड़ ने बताया कि पुल के दक्षिण दिशा में मिट्टी का लगभग दस-बारह फूट ऊंचा रेंप बना हुआ है इसलिए ऊंट-बैल गाड़ी या ट्रैक्टर-ट्राली से खेतों से अनाज,बंछटियां सहित भारी सामान लाते समय पुल की चढ़ाई अधिक होने के कारण दोनों तरफ गिर कर हादसा होने का खतरा रहता है किसानों का कहना हैं कि दोनों तरफ 60-60 फूट दीवार निकाल दी जाए तो खतरा नहीं रहेगा,कार्य मनरेगा से भी हो सकता है
27 साल से 11 किमी लंबी खिनानिया वितरिका का बेड लेवल नीचा होने के कारण 14 मोघो में प्रवाहित नहीं हो रहा निर्धारण पानी,किसानों ने सौंपा जिला प्रभारी मंत्री को पत्र
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