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Friday, March 24, 2023

बिहार: 14 जनवरी के बाद जदयू में शामिल होंगे पूर्व भाजपा नेता

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भाजपा के राज्य पूर्व उपाध्यक्ष राजीब रंजन ने पिछले महीने पार्टी छोड़ दी थी। अब उनके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कंपनी में लौटने की संभावना है और जब महीने की अशुभ अवधि समाप्त हो जाएगी तब 14 जनवरी के बाद जद (यू) में शामिल होंगे।

रंजन ने बताया, “मैंने शुभ मुहूर्त पर जद (यू) में शामिल होने की योजना बनाई है।” उनके अनुसार, नवंबर 2005 में नीतीश के राज्य की कमान संभालने के बाद से राज्य के बजट आवंटन में कई गुना वृद्धि हुई है।

रंजन ने कहा, “2005 में जब नीतीश जी ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, तब राज्य का बजट लगभग 7,000 करोड़ रुपये था, जो पिछले वित्तीय वर्ष में बढ़कर 2.20 लाख करोड़ रुपये हो गया।” यह कहते हुए कि राज्य में कोई पार्टी नहीं है जिसके पास नीतीश जैसा “मिशन और विजन” है, रंजन ने कहा कि उनके नेता “राज्य के विकास के लिए काम करते हैं जबकि भाजपा नेता आत्म-विकास के लिए काम करते हैं”।

रंजन ने कहा कि वह पीएम मोदी के ‘सबका साथ, सभा विकास’ के नारे से प्रभावित होकर भाजपा की ओर आकर्षित हुए, लेकिन यह कभी हकीकत में नहीं बदला। उन्होंने भाजपा पर ओबीसी/ईबीसी/दलित/मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि इन समुदायों को पार्टी में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।

ओबीसी/ईबीसी/दलितों की मांग करते हुए रंजन ने आरोप लगाया, ‘भाजपा राज्य मुख्यालय में कुल 29 प्रवक्ता, मीडिया प्रभारी और पैनलिस्ट में से केवल चार ओबीसी/ईबीसी/दलित समुदाय से आते हैं, जबकि किसी भी महिला को वहां जगह नहीं दी गई है।’ राज्य की 86% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले मुसलमानों को पार्टी में कम से कम 50% प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।

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