मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि वह अगले साल 5 जनवरी से पश्चिम चंपारण जिले से एक और यात्रा शुरू करेंगे। जुलाई 2005 के बाद से यह उनकी 14वीं यात्रा होगी जब उन्होंने राज्य में नवंबर 2005 के विधानसभा चुनावों से पहले लोगों से न्याय मांगने के लिए अपनी पहली ‘न्याय यात्रा’ शुरू की थी। ‘न्याय यात्रा’ के बाद नवंबर 2005 में नीतीश सत्ता में आए।
मीडिया के एक सवाल के जवाब में नीतीश ने कहा, ‘हां, मैं 5 जनवरी से एक और यात्रा पर जाने के बारे में सोच रहा हूं।’ नीतीश ने कहा, “मैंने 5 जनवरी से अपनी यात्रा शुरू करने की अपनी योजना के बारे में अधिकारियों को बता दिया है। वे सभी जिला प्रशासन से परामर्श के बाद एक या दो दिन में विस्तृत कार्यक्रम को अंतिम रूप देंगे।”
उन्हों ने कहा, “यात्रा के दौरान, मैं विभिन्न स्थानों, गांवों का दौरा करूंगा और लोगों से मिलूंगा। मैं कुछ विकास परियोजनाओं और कुछ विशेष कार्यों का भी निरीक्षण करूंगा और यह भी पता लगाऊंगा कि कहीं किसी परियोजना के क्रियान्वयन में कोई कठिनाई तो नहीं है। साथ ही समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ बातचीत करेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “प्रस्तावित यात्रा के नाम और विस्तृत कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप दिया जाना है। इसमें दो से तीन दिन लग सकते हैं।”
सीएम की प्रस्तावित नई यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य बीजेपी प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने कहा, “नीतीश जी पहले ही बिहार के कई दौरे पूरे कर चुके हैं और वह फिर से 5 जनवरी से एक और ‘यात्रा’ पर जा रहे हैं। लेकिन वह उन लोगों की विधवाओं और अनाथों से क्या कहेंगे जो सारण में जहरीली शराब से मर गए थे। छात्र बीपीएससी और बीएसएससी में पेपर लीक के साथ-साथ नियुक्ति घोटाले में भी जवाब तलाश रहे हैं। सीटीईटी, बीटीईटी, एसटीईटी योग्य छात्र नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्हें भी जवाब चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और पूरे राज्य में प्रतिदिन हत्या, बलात्कार, अपहरण, फिरौती के मामले सामने आ रहे हैं। शराब माफिया, खनन माफिया और अपराधी गिरोहों ने सरकार में बैठे लोगों के साथ मिलकर सिंडिकेट बना लिया है।”