भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधान परिषद में रिक्त छह मनोनीत कोटे की सीटों पर मनोनयन के लिए एक पैनल तैयार केंद्रीय नेतृत्व को दिल्ली भेज दिया गया है। अब भेजे गए पैनल से मनोनयन के लिए नाम तय करने की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और महामंत्री संगठन बीएल संतोष की है। इस बात की काफी संभावना जताई जा रही है कि पार्टी आने वाले निकाय और लोकसभा चुनाव को देखते हुए परिषद में रिक्त छह सीटों में दलित और पिछड़े वर्ग से आने वाले प्रतिनिधियों को मौका दे सकती है। साथ ही साथ इसमें मूल काडर के साथ साथ राष्ट्रीय स्वयं संघ के वैचारिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों को भी जगह मिल सकती है।
गौरतलब है ककी विधान परिषद में मनोनीत कोटे की तीन सीटें इस वर्ष 28 अप्रैल और तीन सीटें इस वर्ष 26 मई को खाली हो गयी थी। तब से लेकर अब तक करीब सात महीने बीत जाने के बाद भी पार्टी द्वारा नामों पर एकमत न पाने की वजह से अभी तक इन रिक्त सीटों पर मनोनयन नहीं हो पाया है। प्राप्त सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में मनोनयन के लिए विचार विमर्श हुआ। कोर कमेटी द्वारा लगभग 18 से अधिक नामों का एक पैनल तैयार किया गया है। जिसमे पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ साथ अग्रिम मोर्चे और विभागों के पदाधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। वर्तमान में परिषद में सामान्य वर्ग के सदस्यों के मुकाबले दलित और पिछड़े वर्ग का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है। ऐसे में पार्टी द्वारा जातीय संतुलन साधने की कोशिश भी करी जा सकती है। एक बार केंद्रीय नेतृत्व की ओर से नाम तय हो जाए उसके बाद तय नामों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास भेजेंगे और फिर वहां से मंजूरी मिलते ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।