बिहार में शराबबंदी के बावजूद घटिया शराब का धंधा खूब फल फूल रहा है। बिहार के कुछ जिलों में जहरीली शराब से मौत होना आम बात हो गई है। अब ऐसी ही दुखद खबर बिहार के छपरा जिले से आई है, जहां जहरीली शराब के सेवन से 7 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 5 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। सुबह अस्पताल में भर्ती 2 और लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मंगलवार देर रात 5 लोगों की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक करीब 12 लोगों ने शराब पी थी। जिनमें से 7 की मौत हो चुकी है। सभी ने देशी शराब पी रखी थी। यह लोग यहां आसपास ही रहते हैं। डोयला क्षेत्र में देशी शराब का उत्पादन और बिक्री बड़े पैमाने पर होती है। प्रशासन की ओर से शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आसपास के लोगों का कहना है कि सभी ने शराब का सेवन किया था। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक तेज बुखार, उल्टी, पेट दर्द की शिकायत हुई। अस्पताल ले जाते समय 3 लोगों की मौत हो गई। बाकी के लोगो की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। पीड़ितो के परिवारों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। उधर, बिहार में जहरीली शराब के बढ़ते कारोबार को लेकर बिहार की राजनीति भी गरमा गई है। गठबंधन के नेता नकली शराब की खरीद-बिक्री की मुख्य वजह शराबबंदी को मानते हैं। बिहार के कुढ़नी में हाल ही में हुए उपचुनाव के दौरान भी इस मुद्दे को जोरशोर तरीके से उठाया गया था।
बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
रिपोर्ट्स की मानें तो मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। जहरीली शराब की सूचना प्रशासन को मिलते ही सदर अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया। देर रात तक पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी यहां आते नजर आए। हालांकि नकली शराब के सेवन पर वह कुछ भी बोलने से कतरा रहे थे।
प्रशासन शवों का पोस्टमॉर्टम करेगा
इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। जिला प्रशासन व्यवस्था में हड़कंप मच गया। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस और अन्य अधिकारी अन्य बीमार लोगों को खोजने के लिए क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। उधर, पुलिसकर्मियों ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जिससे मौत के कारणों का पता चल सके।
जहरीली शराब के सेवन से बिहार में कई मौतें हो चुकी हैं
जहरीली शराब के सेवन से मौतें अब बिहार में आम बात हो गई है, फिर भी सरकार की ओर से इस दिशा में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। 5 अगस्त 2022 को बिहार के सारण जिले में नकली शराब से 9 लोगों की मौत हो गई और 17 लोगों की आँखों की रोशनी चली गईं। 21 मार्च 2022 को बिहार के तीन जिलों में मिलावटी शराब पीने से 37 लोगों की मौत हो गई थी। सबसे ज्यादा मौतें भागलपुर जिले में हुई हैं, जहां 22 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बांका जिले में 12 और मधेपुरा में 3 लोगों की मौत हुई है। 5 नवंबर 2021 को मुजफ्फरपुर के बेतिया में 8 और गोपालगंज में 16 लोगों की मौत हुई थी।