जिला कलेक्टर व सिंचाई विभाग के साथ नोहर फिडर के किसानों की वार्ता पीआरओ सुरेश बिश्नोई ने करवाई।
फेफाना/ चारणवासी
हरियाणा से नोहर फीडर में हिस्से का 332 क्यूसेक पानी लेने सहित मांगों को लेकर आंदोलनरत किसानों के शिष्टमंडल की जिला कलेक्टर व चीफ के साथ अलग – अलग एक- एक घंटा हुई वार्ता विफल रही।
शिष्टमंडल ने जिला कलेक्टर के समक्ष जल संसाधन विभाग नोहर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि टूटी नहर बांधने के तीन चार दिनों का कार्य विभागीय लापरवाही के चलते दस दिनों से हुआ।

( फोटो- राजेश इंदौरा )
वहीं दोनों राज्यों के एईएन व जेईएन की संयुक्त टीम बनाकर नहर की निगरानी करने की जुलाई में सहमति बनी थी। लेकिन टीम नहीं बनी। एसई शिवचरण ने पक्ष रखते हुए कहा कि नोहर फीडर 226 ओर बरवाली में 106 क्यूसेक का हिस्सा ओर कुल 332 क्यूसेक पानी निर्धारित हैं। हरियाणा बरवाली में से 106 क्यूसेक पानी नहीं दे रहा। इसलिए विभाग ने हरियाणा में नहराना हेड से चार सीपी हेड तक नोहर फीडर का विस्तार कर 226 की बजाए 332 क्यूसेक पानी की क्षमता में निर्माण करवाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा हैं।
जिला कलेक्टर ने किसानों को आश्वासन दिया कि हरियाणा से सिंचाई योग्य पानी लेने ओर नहर की निगरानी के लिए सिरसा डीएम,नहर विस्तार के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकृत करवाने के लिए पत्राचार किया जाएगा। किसानों ने कहा कि नहर विस्तार बड़ा प्रपोजल हैं लेकिन वर्तमान में गेहूं बिजाई के लिए 200+क्यूसेक पानी दिलाया जाए। जिस पर कलेक्टर व एसई ने तर्क दिया कि नहर ही हालात खराब होने के कारण ज्यादा पानी नहीं प्रवाह किया जा सकता।

चीफ अमरजीत मेहरड़ा के वार्ता में शिष्टमंडल को बताया कि नोहर फीडर की लाइनिंग क्षतिग्रस्त होने के कारण हरियाणा से पानी कम आता है।
नोहर फीडर के जीर्णोद्धार के कार्य,पूरे पानी की उपलब्धता कैसे हो, इसकी प्लानिंग कमेटी बनाकर रिपोर्ट तैयार कर जयपुर भिजवा दी गई हैं। शीघ्र ही स्थाई समाधान की तरफ सरकार अग्रेषित होंगी।
वार्ता में पीआरओं सुरेश बिश्नोई,चीफ अमरजीत मेहरड़ा,एसई शिवचरण रैगर,किसान संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण,एनपी 11 के अध्यक्ष काशीराम ढुकिया,आईदान सिंह हुड्डा,गुरमेल सरदार, सहित शिष्टमंडल के पदाधिकारी शामिल थे।