नोहर फिडर धरना स्थल से –
जसाना वितरिका के किसानों को 6 नवंबर के समझौते के अनुसार 15 शाम से रेगुलेशन के द्वित्तीय वरीयता में पानी मिलने की उम्मीद थी। लेकिन हरियाणा से पानी की मात्रा कम होने के कारण जसाना वितरिका में पानी नहीं छोड़ा गया। एक्सईएन बुधराम ने बताया कि मंगलवार शाम को फेफाना हेड पर 157 क्यू.पानी की आवक हैं। जिसमें से जनानिया-मलवानी माइनर से पूरा पानी खिनानियां वितरिका में दिया जाएगा।

जसाना वितरिका के साथ एनएचआर नहर के किसानों की भी चार दिन बारियां पिटी थी। अगर हरियाणा से 280 क्यू.पानी मिलेगा तो जसाना वितरिका में प्रवाह किया जाएगा। हरियाणा को पत्र लिखकर पानी देने की मांग की गई हैं। बता दें कि 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक रेगुलेशन के प्रथम वरीयता में जसाना वितरिका चलनी थी। ओर एक नवंबर को हरियाणा में नोहर फीडर टूट गई। दुरस्ती के बाए पानी आने तक जसाना वितरिका का पूरा सप्ताह निकल चुका था। इधर,6 नवंबर को नोहर के किसान आंदोलन में विभाग ने 15 से 23 नवंबर तक के रेगुलेशन की द्वित्तीय वरीयता में चलने वाली जसाना वितरिका में हरियाणा से पूरा पानी लेकर भरपाई करने का समझौता किया था।

बता दें कि 15 से 23 तक प्रथम वरीयता में खिनानियां वितरिका,जनानिया,मलवानी माइनर ओर दित्तीय वरीयता में जसाना वितरिका चलेगी। लेकिन जसाना वितरिका से जुड़े किसानों का कहना हैं कि द्वित्तीय वरीयता में भी पूरे सप्ताह में 123 क्यू.मिलने से भरपाई होगी। अगर जसाना वितरिका में पानी नहीं दिया गया तो किसान आज सडक़ जाम सकते हैं।