सफरनामा जयपुर न्यूज –
राजस्थान में एक और भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया। 2300 पदों के लिए 12 और 13 नवंबर को वनरक्षक परीक्षा हुई थी। 12 नवंबर को दूसरी पारी के पेपर की आंसर शीट एग्जाम से पहले ही वॉट्सऐप पर आ गई थी। पुलिस ने पेपर लीक में सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार किया और 10 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि 5 लाख रुपए में पेपर खरीदा गया और 6-6 लाख रुपए में बेच दिया।
आपको बता दें कि 2300 पदों के लिए हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा की आंसर शीट सोशल मीडिया पर साझा होने के बाद शिक्षा विभाग समेत परीक्षा दे रहे उम्मीदवारों में हड़कंप मचा हुआ है.

सरकार और उम्मीदवारों कि मेहनत पर पानी फेरने कि कोशिश कुछ आरोपियों ने की है. राजस्थान पुलिस ने अब तक इस मामले में सरकारी कर्मचारी सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक शनिवार को राजसमंद जिले के रेलमगरा थाना क्षेत्र में पहली पारी के पेपर का फोटो खींचकर आंसर शीट सोशल मीडिया वायरल की गई थी. हड़कंप मचने के बाद इस मामले में पुलिस ने करौली के दीपक शर्मा को हिरासत गिरफ्तार किया है. दीपक ने पूछताछ में बताया कि दौसा में लालसोट क्षेत्र के गांव अजयपुरा के हेमराज मीणा से उसने पेपर लिया.
इस पूरे मामले में पुलिस की विशेष टीम तरंत एक्टिव मोड पर आ गई. मोबाइल लोकेशन के आधार पर हेमराज मीणा को लालसोट रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया. हेमराज दौसा के PG कॉलेज के सेंटर में आया था. आरोपी ने आंसर शीट भेजने की बात को स्वीकार भी किया है. कोतवाली पुलिस संबंधित मामले पर आरोपी हेमराज मीणा से पूछताछ कर रही है.
62 आंसर एग्जाम से पहले ही मिल गए
इस आंसर शीट को पेपर से मिलाया गया तो यह सही पाई गई थी। दीपक ने पुलिस को बताया कि उसे 9461*** सीरीज के वॉट्सऐप नंबर से यह आंसर-शीट मिली थी। वॉट्सऐप वाइस कॉल पर 12 नवंबर को हुई परीक्षा के दूसरी पारी के प्रश्न पत्र के उत्तर के लिए उसने 5 लाख रुपए में डील की थी। डील के तहत आंसर शीट वॉट्सऐप पर परीक्षा से करीब 1 घंटे पहले उपलब्ध कराने की बात हुई थी।
6 जिले से 12 संदिग्धों को लिया हिरासत में

पेपर लीक की खबर के बाद राजसमंद पुलिस ने प्रदेश के 6 जिलों से करीब 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. सभी हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस कड़ाई से पूछताछ कर रही है. राजसमंद एसपी ने कहा कि जांच करने के बाद जल्द ही इस पूरे मामले की खुलासा मीडिया के सामने करेंगे.
वहीं राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा का कहना है कि शाम तक पुलिस और एसओजी की टीम जांच रिपोर्ट सौंपेगी. फिर उसी जांच रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारी चयन बोर्ड पेपर लीक को लेकर फैसला लेगा. अभी मामले की जांच जारी है, ऐसे में बिना जांच पूरे हुए पेपर लीक का फैसला ले पाना संभव नहीं है.