8 वें दिन नोहर फीडर की बॉक्स कटिंग व सीसी निर्माण शुरू,गुरुवार तक कार्य पूरा होने की संभावना
फेफाना, चारणवासी
एक नवंबर को हरियाणा के गांव ढुकड़ा के पास टूटी नोहर फीडर में मिट्टी भर्ती कर बॉक्स कटिंग व सीसी निर्माण का कार्य मंगलवार को शुरू कर दिया हैं। कार्य कछुआ चाल से होने के कारण 7 नवबंर तक के जसाना वितरिका के बाद एनएचआर नहर के किसानों की बारियां भी पिटने लगी हैं। किसानों में विभाग के प्रति भारी आक्रोश हैं।
बता दें कि टूटी 500 फूट नहर में पूरी तरह मिट्टी भर समतलीकरण कर खुदाई कर सीसी निर्माण किया जा रहा हैं। टूटने के स्थान पर सीसी नहर का निर्माण हो रहा हैं। निरीक्षण करने पहुंचे एसई मूलसिंह जाट ने कार्य कछुआ चाल से होने पर फर्म के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य में तेजी लाने के लिए चीफ से वार्ता की।
बता दें कि नहर टूटने से 7 नवबंर के जसाना वितरिका के पूरे सप्ताह के बाद 7 से 15 तक के रेगुलेशन के माइनरों के किसानेां की बारियां पिटने लगी हैं। नोहर जल संसाधन विभाग के एईएन अमित कुमार,जेईएन तेजपाल मौके पर निगरानी रखे हुए हैं। ठेकेदार विनोद कुमार ने बताया कि नहर की बॉक्स कटिंग के साथ पिछे- पिछे सीसी निर्माण कार्य किया जा रहा हैं।
गुरूवार तक कार्य पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। सिरसा के एसडीओं संदीप कुमार व जेईएन रोहिताश कुमार ने बताया कि नहर को गुणवता पूर्वक पक्का कर ही पानी प्रवाह किया जाएगा। वहीं खेतों से विभाग द्वारा पानी उठकार नोहर फीडर नहर में डाला जा रहा हैं। संयुक्त किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण,एनपी 11 के अध्यक्ष काशीराम ढुकिया,रमेश घणघस,पंस सदस्य रमेश बेनिवाल,ओमप्रकाश बिजारणियां,गुरमेल सरदार,बोहड़ सिंह सरदार सहित किसानों ने बताया कि 17 अक्टूबर को एक्सईएन को खतरे के प्वांइट के लिए दी गई सूचना पर ध्यान देते दो सप्ताह रेगुलेशन का पानी खराब नहीं होता। किसानों ने विभाग के अधिकारियों से नहर बांधने तक बंदी के चलते चार सीपी हेड व अन्य नहर के पुलों के नीचे जमी मिट्टी निकलवाने की मांग की हैं ताकि पानी में अवरूद्वता ना हो। एसई मूलसिंह जाट ने बताया कि सिरसा एसई को पत्राचार कर कार्य में तेजी लाने ओर बंदी में मिट्टी निकलवाने व खतरे के प्वाइंट चिन्हित कर मरम्त करवाने की मांग की हैं।
बरवाली नहर से मिलने वाला पानी बंद:

बता दें कि नहराना हेड से नोहर फीडर के समान्तर आने वाली हरियाणा की बरवाली नहर में भी नोहर फीडर का हिस्सा 106 क्यू.हैं। पिछले तीन-चार दिनों से बरवाली नहर में से कुछेक पानी प्रवाह किया जा रहा था। लेकिन बीती रात बंद कर दिया गया। किसानों का कहना हैं कि बरवाली नहर में से चार सीपी हेड से 106 क्यू.पानी नोहर फीडर में प्रवाह करवाने से कई माइनर फीड हो सकते हैं। एसई मूलसिंह जाट ने बताया कि बरवाली में से 106 क्यू.पानी लेने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। वहीं नहराना हेड पर उपलब्ध पानी में से अनुपात में पानी प्रवाह करने की बजाए हरियाणा की नहरें फीड कर शेष पानी बरवाली नहर में से नोहर फीडर में दे रहे थे। जो बंद कर दिया। किसानों का कहना हैं कि नहरना हेड पर नोहर फीडर के हिस्से का पानी ही उपलब्ध नहीं तो नहर बांधने के बाद पानी कैसे प्रवाहित होगा।