1 जेसीबी 4 ट्रैक्टर – ट्राली से 26 घंटा बाद शुरू हुआ हरियाणा में टूटी नोहर फीडर नहर बांधने का कार्य,
राजेश इंदौरा, जयलाल वर्मा (फेफाना, चारणवासी)
हरियाणा के ढुकडा गांव के पास मंगलवार 2 बजे टूटी नोहर फीडर नहर को बांधने का कार्य सिरसा सिंचाई विभाग द्वारा आनन-फानन में 26 घंटा बाद बुधवार 4 बजे 1 जेसीबी, 4 ट्रेक्टर -ट्राली से शुरू किया गया। विभाग की लापरवाही के कारण कटाव के दोनों तरफ बंधे लगाकर पानी का बहाव नहीं रोका गया। जिस कारण कटाव से नहराना हेड की तरफ 22 ओर चार सीपी हेड की तरफ से 4 किलोमीटर से पानी वापिस आकर कटाव बहने के कारण कटाव बढऩे के साथ-साथ लगभग दोनों तरफ की 500 फूट लाइनिंग भी बह गई।
बता दें कि बुधवार दोपहर तीन बजे तक नहराना हेड की तरफ से नोहर फीडर में पानी कटाव में आ रहा था। ओर लाइनिंग ओर तली आगे से आगे गिरती जा रही थी। चार बजे सिरसा एसडीओं संदीप कुमार,जेईएन रोहिताश कुमार के नेतृत्व में कार्य शुरू किया गया। हरियाणा में नहर की निगरानी करने वाले बेलदारों ने बताया कि टूटी नहर की जगह को खतरे का प्वाइंट होने की सूचना विभाग को दी गई थी।
नहर के पास ही खेत के किसान मोहनलाल ने बताया कि यहा से दो-तीन बार पानी का रिसाव हो चुका हैं।
जिससें किसानों ने सीमेंट लगाकर रोक दिया। फेफाना के किसान गोपीराम स्वामी ने बताया कि जहा नहर टूटी हैं वहां सप्ताह भर पहले एक किसान ट्रैक्टर से 6 इंची पाइप लगाकर पानी चोरी की जा रही थी। जिसकी सूचना
एक्सईएन को दी गई। नहर टूटने की संभावना होने के बावजूद दोनों राज्यों के विभागों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। सिरसा एसडीओं संदीप कुमार ने बताया कि नहर कमजोर होने के कारण हर रोज निगरानी रखी जा रही थी। लेकिन मरम्त के लिए बंदी नहीं दे रहा राजस्थान। टूटी नहर में पहले पूरी मिट्टी भरती कर
पक्की होने के बाद पानी प्रवाह किया जाएगा। लगभग तीन-चार दिन में कार्य पूरा होने की संभावना हैं।
हरियाणा के किसान आक्रोशित:
मंगलवार को नहर टूटने से गुस्साए मौके पर ढुकड़ा गए एसई मूलचन्द सहित अधिकारियों का हरियाणा के किसानों ने घेराव कर रोष व्यक्त किया ओर नहर में पानी न प्रवाह होने की चेतावनी दी।
बुधवार को राजस्थान की नहर हरियाणा में टूटी होने के बावजूद नोहर जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने मौके पर जाकर नहर को तेजी से बंधाने तक का प्रयास नहीं किया। खानापूर्ति के लिए जेईएन विनोद को भेजा गया।
जसाना वितरिका की वरीयता में दूसरी बार टूटी नहर:
बता दें कि 29 जुलाई को नहराना हेड पास नोहर फीडर टूटी जब जसाना वितरिका का सप्ताह चल रहा था। इसी बार भी 30 अक्टूबर से जसाना वितरिका का सप्ताह
शुरू हुआ था। ओर नहर टूट जाने के कारण पूरे सप्ताह के किसानों की बारियां पिट गई।
संयुक्त किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण,एनपी 11 के अध्यक्ष काशीराम ढुकिया ने बताया कि
जसाना वितरिका में 35 दिन बाद पानी आया था। लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते सप्ताह भर पानी नहीं चला। विभाग जसाना वितरिका को नहर बांधने के बाद अतिरिक्ति एक सप्ताह पानी दें तो किसान पछेती सरसों की बिजाई कर सकेंगे।