सुरक्षा के चलते पुलिस ने केस दर्ज कर मामला 11 दिन गोपनीय रखा, गिरफ्तारी के बाद
हनुमानगढ़ न्यूज-
नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल से लॉरेंस गैंग के नाम पर 1 करोड़ रुपए की फिरौती की डिमांड कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में जंक्शन पुलिस ने मौसा भांजा सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर बाइक जब्त की है। इसमें दो टाउन और एक पंजाब के फाजिल्का जिले का रहने वाला है। खास बात है कि सभापति की जान की सुरक्षा और आरोपी भाग नहीं जाएं इसको मद्देनजर रखते हुए पुलिस ने केस दर्ज होने के 11 दिन तक मामले को गोपनीय रखा और मामले को ट्रेसआउट कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जंक्शन सीआई अरुण चौधरी ने बताया कि फिरौती नहीं देने पर सभापति गणेशराज बंसल को जान से मारने की धमकी देने के गत 6 अक्टूबर को दर्ज मामले में एसपी डॉ. अजयसिंह के निर्देश पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच-पड़ताल शुरू की थानास्तर पर गठित टीम को एक्टिव कर को नरेंद्र भाटी बताकर सभापति को खुद क कॉल करने वाले व्यक्ति का तकनीकी सहायता से सुराग लगाया गया। इसमें रविंद्र सिंह सिंह जटसिख फतेहगढ़ गोदाराबास टाउन, नरेंद्र शर्मा पुत्र शंकरलाल शर्मा वार्ड 16 अश्वनी स्कूल के पास टाउन एवं नवजोत सिंह थाना बाववाला फाजिल्का पंजाब को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है गुरविंद्र सिंह पंजाब के नवजोत सिंह का रिश्ते में मीसा है।
सभापति गणेश राज बंसल ने 6 अक्टूबर को जंक्शन थाना पहुंचकर सूचना दी कि 3 अक्टूबर को दोपहर 2.39 बजे मेरे मोबाइल नंबर 9414095763 पर मोबाइल नंबर 6396348023 से फोन आया। फोनकर्ता ने मुझे कहा कि आप गणेश राज बंसल बोल
रहे हो तो मैंने जैसे ही हां कहा तो फोनकर्ता ने कहा कि मैं नरेंद्र भाटी लॉरेंस गैंग से बोल रहा है। आपको एक करोड़ रुपए फिरौती के लिए फोन किया है और रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए फोन काट दिया (जैसा कि एफआईआर में सभापति ने बताया)

नवजोत सिंह बीए तक शिक्षित पंजाब के नवजोत पर शेयर मार्केट में डेढ़ करोड़ रुपए लगाए थे जिसमें घाटा लगने के कारण उस पर कर्ज हो गया था। इससे परेशान होकर लॉरेंस गैंग का नाम लेकर मौसा गुरविंद्र व नरेंद्र को फिरौती का आइडिया देकर षड़यंत्र रचा।
सीआई.. जंक्शन थानाप्रभारी अरूण चौधरी ने बताया कि आरोपियों ने लॉरेंस गैंग के नाम से धमकी दी थी। ऐसे में मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम ने दिन-रात एक कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। लॉरेंस गैंग के साथ आरोपियों की किस तरह की कनेक्टिविटी है इसको लेकर पूछताछ की जा रही है।
यूं आए पकड़ में…
आरोपियों ने फिरौती मांगने से पहले गलियों में घूमकर लच्छा बेचने बाले एक व्यक्ति का मोबाइल लेकर सभापति को कॉल की। पुलिस ने सूचना पाकर साइबर सेल को एक्टिव किया। जिस नंबर से कॉल किया वह लच्छा बेचने वाले का निकला जिस पर पुलिस उस तक पहुंची और आसपास फुटेज जुटाए तो बाइक नंबर की पहचान हो गई। इसके बाद तीनों आरोपी पकड़े गए। कार्रवाई करने वाली टीम सीआई अरुण चौधरी, एसआई मंगुराम, एएसआई शिवनारायण, हैड कांस्टेबल राजकुमार, नरेश कुमार, कांस्टेबल सुभाषचंद्र, राकेश रमाणा, सुभाष, बलदेव सिंह व साइबर सेल के वाहेगुरू सिंह, रिछपाल सिंह शामिल थे।।