चार जिलों में 8 से 40 मिमी तक वर्षा, अगले दो-तीन दिन 25 जिलों में बारिश का अलर्ट
जयपुर –
प्रदेश में सूरज और बादलों के बीच तीखी नोक-झोंक चल रही है। बादलों ने 3 दिन पहले जैसे ही आसमान छोड़ा, यानी मानसून विदा हुआ तो सूरज ने कब्जा जमा लिया, लेकिन बादलों ने फिर से वापसी की और मौसम पलट गया। प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी जिलों में शुक्रवार को बारिश का दौर वापस शुरू हो गया। बीते चौबीस घंटे में बांसवाड़ा, झालावाड़, बारा, उदयपुर जिले में कुछ जगह जोरदार बारिश हुई। सर्वाधिक 40 मिमी पानी बांसवाड़ा अनुसार अगले 3 दिन में 25 जिलों में बरसात का दौर चलेगा। वहीं, जयपुर सहित कई शहरों में बादल रहे, ठंडी हवाएं चली। इससे तापमान में गिरावट दर्ज हुई। इधर, मध्यप्रदेश में लगातार तेज बारिश के चलते चंबल व सहायक नदियों में फिर उफान आ गया है। चंबल के सभी बांधों का जलस्तर बढ़ गया। बांधों से पानी की निकासी की जा रही है। कोटा बैराज के 6 गेट रात 10 बजे खोले गए। इनसे 51 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
कोटा बैराज के 6 गेट रात 10 बजे खीले करे 51 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
कारणः नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक फ्रेश डिस्टर्बेस एक्टिव हुआ और बंगाल की खाड़ी में नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना है। इसके असर से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला है।
इन 25 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट अगले दो-तीन अजमेर,
अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, टॉक और उदयपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट रहेगा। रविवार से चूरू, नागौर और पाली जिले में बारिश हो सकती है।
यहां हुई बारिशः दानपुर-बांसवाड़ा में 40, सज्जनगढ़ 11, कोटा के कानावास, रामगंजमंडी, सांगोद, चेचट में 10 मिमी, बारां के छीपा बड़ौद में 22, छबड़ा में 11, शाहबाद में 16 मिमी बारिश हुई।