राजेश इंदौरा फेफाना
ग्वार के खराब बीज के मामले में कृषि विभाग की 4 सदस्यीय टीम ने जांच कर रिपोर्ट उच्चधिकारियों को पेश कर दी। जिसमें ग्वार
के पौधे पर फळी न लगना पाया गया। बता दें कि चक 1,2,7 जेएसएन,चक 1,2 केएनएन व 5 बारानी के किसानों ने नकली बीज देने पर कंपनी व फेफाना के अधिस्वीकृत विक्रेता खिलाफ राजस्थान सम्पर्क पोर्टल व कृषि विभाग में शिकायत दर्ज करवाकार जांच कर कार्यवाही कर उत्पादन औसतन मुआवजा दिलाने की मांग की थी। जिस पर विभाग द्वारा कृषि अधिकारी द्वारका प्रसाद जांगिड़, सहायक कृषि अधिकारी राकेश मुहाल,व कृषि पर्यवेक्षक महेंद्र सिंह राजेरा,कमलेश कुमार की टीम गठित की थी।
टीम ने 20 से अधिक किसानों के खेतों में जाकर ग्वार

की फसल का मौका मुआयना किया था। टीम द्वारा पेश में रिपोर्ट में बताया कि ग्वार की फसल पकाव की अवस्था में थी ओर पौधे पूरे। पौधो की ऊंचाई 3-4 फूट तक थी। ग्वार के पौधे सिंगल स्टेम,कुछ पौधे मल्टी स्टेम होने के साथ ही पौधों पर फळियों बहुत ही कम पाई गई। कुछेक किसानों के खेत में ग्वार के पौधे पर एक भी फळी नहीं मिली। नतीजन किसानों की ग्वार की फसल फळी रहित पाई गई। टीम द्वारा रिपोर्ट उच्चधिकारियों को पेश कर दी गई हैं। इधर,किसानों ने बिना फळी की ग्वार की फसल में रूटावेटर मरवाकर सरसों बिजाई की तैयारी में जुट गए हैं। किसानों का कहना हैं कि ग्वार की खेती बीज नकली होने के कारण नहीं हुई लेकिन सरसों की बुवाई तो समय पर करेंगे।
बीज का बिल देने में परहेज:

किसान सुनील भादू, अशोक कुमार,रज्जाक, रामसिंह ज्याणी,अमीलाल, सहीराम गोदारा,शंकर, रामचंद्र, लालचंद सिहाग,जयमल खा,अयुब खा,भजनलाल सहारण, कालुराम, राममूर्ति सिहाग, जगदीश सिहाग, कृष्ण भादू,ओम पांडर ने टीम को बताया कि फेफाना ही नहीं चारणवासी,रतनपुरा,जसाना सहित आस-पास के गांवों में विक्रेता किसानों को बिना बिल के बीज दे रहें हैं। किसानों ने कृषि विभाग के उच्चधिकारियों से गांवों की पेस्टीसाइट व बीत विक्रेताओं को बीज,दवा के साथ पक्का बिल देने के लिए पांबद्व करने की मांग की हैं। किसानों के एक शिष्टमंडल ने गठित टीम द्वारा पेश की गई खराब बीज प्रमाणित रिपोर्ट के साथ जिला कलेक्टर से मिलकर शीघ्र ही फर्म पर कार्रवाही कर औसतन उत्पादन मुआवजा दिलाने की मांग मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।