कटीले तारों को लेकर सरकार द्वारा मुकदमा कर दिए जाने के आदेश पर राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है सरकार की जो मर्जी वो चाहे कितने मुक़दमे लगा दे लेकिन खेतो में कटीले तार तो लगेंगे ही।
कटीले तारों को लेकर सरकार द्वारा मुकदमा कर दिए जाने के आदेश पर राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है की सरकार की जो मर्जी वो चाहे कितने मुक़दमे लगा दे लेकिन खेतो में कटीले तार तो लगेंगे ही। श्रावस्ती में होने वाली किसान महापंचायत में भाग लेने जा रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यहाँ जरवल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की बड़ी बड़ी कोठियों में बैठकर किसानों की समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता। सरकार ने कटिले तारों पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन सरकार ने ये नही बताया, कि किसान छुट्टा मवेशियों से अपने फसलों की रक्षा कैसे करें। किसान अब या तो फसलों की सुरक्षा कर ले, या मुकदमा लिखवा लें। तो मुकदमा लिखवाना ही ठीक है। खेतों में कटीले तार तो लगेंगे। फिर चाहे सरकार किसानों पर जितना मर्जी मुकदमा लिखवा ले।
आगे वो कहते हैं की पशुओ को खतरा ब्लेड वाले तारों से हैं,कटीले तार पशुओं के लिए नुकसानदायक नहीं हैं। सरकार की गौशाला व्यवस्था पर प्रश्न उठाते हुए टिकट सरकार से पूछते हैं की जब गौशाला के नाम पर इतना बजट दिया जा रहा है, तो फिर इतने छुट्टा पशु क्यों है। सरकार सभी पशुओं को गौशाला में क्यों नहीं रख देती। अगर ऐसा हो, तो किसान तार ही न लगाएं। गन्ना खरीद के विषय में उनका कहना है कि कुछ मिलों ने तो गन्ना भुगतान कर दिया है, लेकिन कुछ मिलोव् का दो-दो साल से भुगतान अभी भी बकाया है। इस विषय पर अधिकारियों व मिल प्रबंधन से बात की जाएगी। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री ने कहा है की गन्ना खरीद से पहले सभी किसानो का बकाया गन्ना भुगतान कर दिया जाएगा। सभी को इसका पालन करना चाहिए। इससे पहले किसान यूनियन जिलाध्यक्ष मोहनलाल वर्मा ने जरवल में राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत किया।