गांधी जी की भावना हो रही पूरी,कांग्रेस आपसी विवाद कर भाजपा का काम आसान कर रही हैं इसके लिए अशोक गहलोत बधाई के पात्र है – सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती
फेफाना-
गांव फेफाना में पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनियां के निवास स्थान पर सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा कर बताया कि इनकी भामाशाह योजना में प्रदेश के 27 लाख लोगों का इलाज हुआ था। कांग्रेस सरकार की चिरंजीवी योजना खस्ता हैं। दिव्या मदरेणा ने खुद चिकित्सा मंत्री के सामने कहा कि चिरंजीवी तो गायब हो गई। मुख्यमंत्री खुद सचिन पायलट को गद्दार कह चुके हैं। परिवार में ऐसे गद्दार कहना विनाश का प्रतीक हैं। वैसे गांधी जी ने कहा था कि आजादी के बाद इस कांग्रेस पार्टी को नष्ट कर दो। नहीं की इसलिए गांधी जी का श्राप लगने से अपने-आप नष्ट हो रही हैं गांधी जी की भावना पूरी हो रही हैं। अब चुनाव हो जाए भाजपा 180 सीट जीत जाएगी। किसानों के साथ कर्ज माफी का बड़ा धोखा किया इसलिए जनता कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुकी हैं आगामी विधान सभा चुनावों में कांग्रेस का पतन सुनिश्चित हैं।
इन मुद्दों पर बोले सीकर सांसद
1. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का सरकार द्वारा प्रचार-प्रसार किया जा रहा हैं। लेकिन पादर्शिता न होने के कारण किसानों को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा हैं।
सांसद- पीएम फसल बीमा योजना को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ बैठक हुई थी। सीकर में किसानों द्वारा फसल बीमा को लेकर शिकायत की थी। वहां एजेंसी ही बदलवा दी। बीमा को लेकर किसानों को कोई भी दिक्कत हैं प्रमाण के साथ शिकायत हमें दो दिल्ली में लड़ाई लडक़र किसानों को बीमा क्लेम ओर एजेंसी को बैक लिस्ट करवा देंगे। फसल बीमा में किसी तरह के कमी को केंद्र सरकार सहन नहीं करेगी।
2.केंद्र सरकार आए साल फसलों के समर्थन मूल्य बढ़ा रही हैं लेकिन प्रदेश में बाजरे की समर्थन मूल्य पर खरीद ही नहीं हो रही।
सांसद- खरीद करना राज्य सरकार का कार्य हैं केंद्र ने पिछली बार भी राज्य को पत्र लिखकर प्रदेश में बाजरा समर्थन मूल्य पर खरीद करने की बात कहीं थी। अगर प्रदेश की सरकार समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद करती है तो केंद्र सरकार मदद को तैयार हैं।
3.केंद्र ने सिरसा-चुरू हाईवे स्वीकृत कर सर्वे पर बजट खर्च कर ही योजना को ठंडे बस्तें में डाल दिया।
सांसद-हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण करना राज्य सरकार का काम हैं। अगर प्रदेश की सरकार भूमि उपलब्ध करवाती हैं तो आज भी केन्द्र हाईवे के निर्माण के लिए तैयार हैं।