हिसार में सिविल अस्पताल में शवों की अदला बदली से पिता को मुखाग्नि देने से वंचित रह गया इकलौता बेटा
हनुमानगढ़/हिसार
हरियाणा के हिसार में सिविल अस्पताल की मोर्चरी में डॉक्टर की घोर लापरवाही के चलते दो शवों की अदला-बदली हो गई। वहां हनुमानगढ़ जिले के छानी बड़ी गांव के एक परिवार को उनके परिजन के बजाय किसी और का शव दे दिया, जिसका छानी बड़ी में संस्कार भी कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भादरा क्षेत्र के बड़ी छानी गांव का ग्रामीण केसर नामक व्यक्ति का – शव लेने हिसार अस्पताल में गए – थे, जिन्हें डॉक्टरों ने जींद के खेड़ी मसानिया के जगपाल का शव दे दिया। जगपाल के शव को छानी बड़ी के परिजन (केसर का शव मान कर अंतिम संस्कार कर दिया ) इस मामले में खुलासा तब हुआ, जब जगपाल के – परिजन शव लेने पहुंचे। जींद के खेड़ी मसानिया के चांदीराम ने
बताया कि मेरा चचेरा भाई जगपाल (65) रिश्तेदारी में गांव गैबीपुर में आया था। वह कल्लरभैणी में सड़क पार कर रहा था कि एक कार में उसे टक्कर मार दी थी। उसे यहां के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने चैकअप करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रख दिया।
चांदीराम के अनुसार मोर्चरी में छानी बड़ी जिला हनुमानगढ़ के
केसर का शव भी रखा था। करीब अढाई बजे मोर्चरी में शव की शिनाख्त करने पहुंचे तो पता चला कि यह किसी और का शव है। पूछताछ करने पर पता चला कि इससे पहले केसर का शव मानकर जगपाल का शव सौंप दिया गया। पुलिस ने केसर के परिजनों के पास फोन किया तो वे मामला सुनकर हक्के बक्के रह गए और बताया कि हमने तो शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।