हरियाणा में नोहर फीडर की खस्ता हालात पर टीम ने चिंता जताते हुए मरम्त की अति आवश्यक्ता बताई।
जयलाल वर्मा/राजेश इंदौरा
केंद्र सरकार द्वारा नोहर फीडर में पानी की अनुपलब्धता के कारणों की जांच के लिए टीम गठित करने के बाद हरियाणा सिंचाई विभाग व किसान मुस्तैद नजर आया। नतीजन दो सप्ताह पूर्व बरवाली नहर के मोघो की स्थिति ओर पानी चोरी के प्वाइंट पूर्ण रूप से बदले मिले। बता दें कि टीम ने चार सीपी हेड से नहराना हेड तक बरवाली नहर से नोहर फीडर के हिस्से का 106 क्यू.पानी न देने के कारणों की गहना से जांच की। लेकिन हरियाणा ने नोहर फीडर के हिस्से का पानी चोरी न करने का प्रमाण टीम को देने के प्रयास किए गए।
बरवाली नहर में 27 किमी में लगे 45 मोघो के साइज में बदलाव किए,चोरी के चिन्हित प्वाइंट व नहर की बाउं्रडी में स्पेशल चोरी का पानी प्रवाह करने के लिए बनाए गए खाले सहित साक्ष्य बदले हुए मिले। मौके पर मौजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने दो सप्ताह पूर्व किसानों के शिष्टमंडल के साथ किए गए निरीक्षण के दौरान बरवाली के मोघो के अनुचित साइज के लिए गए फोटो पेश किए। ओर मोघो सहित जगह पानी कम व चोरी न दर्शाने के लिए लगाई गई ताजा सीमेंट से भी कार्य हाल में हुआ होना पाया गया। नहर में नोहर फीडर की खस्ता हालात पर टीम ने चिंता व्यक्त करते हुए मरम्त का जिक्र केंद्र को दी जाने वाली रिपोर्ट में करने की बात कहीं। खास बात ये हैं कि टीम के आने की भनक लगते ही पिछले पांच-सात दिनों से नोहर फीडर में पानी बिना उतार-चढाव दिया जा रहा हैं।
कार्यवाहक एक्सईएन मुकेश कुमार सिहाग ने बताया कि शनिवार को 210 क्यू.पानी फेफाना हेड पर मिल रहा हैं। संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 7 जेएसएन में धरना जारी हैं। किसानों ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार गंभीर होने से उन्हें पूरा पानी मिलना सुनिश्चित हो सकता हैं।
ये टीम करेगी जांच:
22 जुलाई को विधायक अमित चाचाण के आग्रह पर राज्य सिंचाई मंत्री महेन्द्रजीत मालवीय द्वारा नहराना डिवीजन के एक्सईएन मनदीप सिहाग,शेरावाली सब डिवीजन के एसडीओ लखविंदर सिंह, फतेहाबाद डिवीजन के एक्सईएन मनदीप बेनीवाल,भट्टू सब डिवीजन के एसडीओ संदीप कुमार,नोहर एक्सईएन मुकेश कुमार सिहाग को शामिल कर बनाई गई 6 सदस्यीय टीम भी जांच शुरू करेगी ओर रिपोर्ट राज्य सरकार को पेश करेगी। इसके अलावा तीसरी टीम हनुमानगढ़ चीफ इंजीनियर द्वारा बनाई हुई हैं।
रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास जाने से स्पष्ट होगी स्थिति
वहीं संयुक्त किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण,एनपी 11 के अध्यक्ष काशीराम ढुकिया ने टीम को बताया कि बरवाली नहर में से चार सीपी हेड से नोहर फीडर में हिस्से 106 क्यू.पानी प्रवाह हो,संगम स्थल से निकलने वाले बिना रिकॉर्ड के मल्लेका माइनर को सीधा साइफन के माध्यम से बरवाली नहर में जोड़ा जाने से राहत मिलेगी। ओर स्काडा सिस्टम चार सीपी हेड से पश्चिम दिशा में लगभग 500 मीटर दूरी पर लगाने से नोहर फीडर में प्रवाह होने वाले की सुनिश्चिता दर्ज होगी। टीम द्वारा रिपोर्ट केंद्र सरकार को पेश करने के बाद ही नोहर फीडर के किसानों के पानी स्थिति स्पष्ट होगी। किसानों को केंद्र की टीम के रिपोर्ट का इंतजार