हनुमानगढ़।
जल संसाधन भाखड़ा-सिद्धमुख रेगुलेशन (Bhakhra Sidhmukh Regulation) खण्ड की ओर से भाखड़ा (Bhakhra) प्रणाली की नहरों का साप्ताहिक वरीयताक्रम जारी किया गया है। यह वरीयताक्रम 16 अगस्त से 24 अगस्त तक प्रभावी रहेगा। प्रत्येक नहर (Nahar) आठ दिन पूरी चलाने के बाद बंद कर दी जाएगी।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मोडिया (एमओडी) नहर में 255, सूरतपुरा (एसटीपी) में 288, दीनगढ़ (डीएनजी) में 301, हरिपुरा (एचआरपी) में 314, लोंगवाला (एलजीडब्ल्यू) में 459, पीलीबंगा (पीबीएन) में 674, नवां-सतीपुरा (एनडब्ल्यूएन) में 685, रोड़ांवाली (आरआरडब्ल्यू) में 698, अमरपुरा (एएमपी) में 814, मोरजण्डा (एमजेडी) में 1027, रतनपुरा (आरटीपी) में 1039, नाथवाना (एनटीडब्ल्यू) में 1070, प्रतापपुरा (पीटीपी) में 1200, भाखरांवाली (बीकेडब्ल्यू) में 1205, करनीसिंह (केएसडी) में 1535, मम्मडख़ेड़ा (एमएमके) में 1730, जोड़कियां (जेआरके) में 1810, संगरिया (एसएनजी) में 1816, भगतपुरा (बीजीपी) में 1854, सूरतगढ़ (एसटीजी) में 1974, नगराना (एनजीडी) में 1982 व लीलांवाली (एलएलडब्ल्यू) नहर में 2222 क्यूसेक पानी प्रवाहित होगा।
जल संसाधन विभाग के अनुसार नहरों में पानी के उतार-चढ़ाव को देखते हुए अगर किसी नहर के रेगुलेशन में बदलाव करना पड़ा तो भाखड़ा सिद्धमुख रेगुलेशन खंड व जल संसाधन खंड प्रथम/द्वितीय के अधिशाषी अभियंता से विचार-विमर्श के बाद व्यवस्था की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वास्तविक पानी संबंधित अधिशाषी अभियन्ता की मांग अनुसार चलाया जा रहा है, यह कभी भी कम किया जा सकता है।