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Wednesday, March 29, 2023

किसानों ने सिर पर तिरंगा बांध कर दिया संदेश, तिरंगे को अपने सिर पर बांध किसानों ने किया अपने खेत में काम

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राजेश इंदौरा फेफाना

आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में बच्चों से लेकर बड़े – बुजुर्गों सहित हर किसी ने हिस्सा लिया। इस दौरान स्वतंत्रता दिवस को लेकर किसानों में भी उत्साह नजर आया। यही देशभक्ति नजारा फेफाना के चक 6 जेएस एन के किसानों में देखने को मिला। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर एक किसान ने तिरंगे को अपने सिर पर बांध कर खेतों में काम करते नजर आए।

सिर माथे पर तिरंगा किसान बोले जय जवान जय किसान-

फेफाना के किसानों ने तिरंगा सिर पर बांध कर पुरे दिन खेतों में काम किया

 

किसान रमेश घणघस,ओमप्रकाश गोदारा,सुनील बिजारणियां,देवीलाल,सुशील ज्याणी,सोनू गोदारा व रमेश ज्याणी ने बताया कि “ये वह देश और वह माटी है, जिसने किसी दूसरे देश के प्रति आक्रामकता की दृष्टि से कभी नहीं देखा।” आज घर घर तिरंगा अभियान में हमारा घर हमारे खेत ही है। तिरंगे के साथ आज खेतों में काम करके देशभक्ति के साथ काम करने का जोश भी दोगुना हो गया है । इस दौरान किसानों ने जय जवान जय किसान का नारा लगाते हुए कहा कि आज हम सब किसानों ने खेतों में काम भी दोगुना किया है।

किसानों का कहना है कि तिरंगा शहिदों व हिंदूस्थान की पहचान है । और मिट्टी हमारी भारत माता है। आज मिट्टी में हम किसान खेती कर रहे हैं और अगर साथ तिरंगा हो तो देशभक्ति के नजारे ही बदल जाएंगे।

किसानों ने धरना स्थल पर ही मनाया स्वतंत्रता दिवस

आजादी का अमृत महोत्सव किसानों ने धरना स्थल पर ही मनाया

 

नोहर फिडर के किसानों का धरना 52 दिन जारी रहा इस दौरान नोहर फिडर के किसानों ने आजादी का अमृत महोत्सव धरने स्थल पर ही मनाया।

इस दौरान कलाकार सतपाल घिंटाला, सतवीर घणघस सहित किसान बलवंत सहारण व धर्मपाल चाहर जनानिया ने देशभक्ति हरियाणवी व राजस्थानी गीत प्रस्तुत कर किसानों का मन मोह लिया ।

इस दौरान पूर्व पंचायत समिति प्रधान अमरसिंह पूनिया ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में सभी भाग ले रहे हैं वहीं किसानों का धरना चलने के बाद भी किसान धरना स्थल पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं ऐसी सोच केवल हमारे अन्नदाता किसान ही रख सकता है। इस दौरान उन्होंने कलाकारों को सहयोग राशि भी भेंट की।

इस दौरान रमेश घणघस, ओमप्रकाश गोदारा, भीमसेन,ओम जाखड़, सतवीर, विजय सिंह ज्याणी, महेंद्र, रामकुमार सहारण, काशीराम ढुकिया, राजकुमार जाखड़, मोजीराम, बलवीर, देवीलाल सहारण, विक्रम डुडी, प्रताप, देवकरण,रमेश बामणिया, राकेश, राजेंद्र मौजूद थे।

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