आदराम मेघवाल की पहचान आज भी गहलोत गुट के नेता के रूप में होती थी
पैतृक गांव मोधुनगर में होगा अंतिम संस्कार
हनुमानगढ़
पूर्व कांग्रेस विधायक आदराम मेघवाल ने देर रात्रि जयपुर के अस्पताल में अंतिम सांस ली। आदराम मेघवाल दो बार कांग्रेस की टिकट से विधायक रहे। पहली बार 1998 में टिब्बी और 2008 में पीलीबंगा विधासभा से विधायक के रूप में चुन कर विधानसभा गए। दोनो बार मे ही वो सीएम अशोक गहलोत के बेहद करीबी नेता के रूप में जाने गए।
दो बार रहे विधायक
विधायक आदराम मेघवाल अपने जीवन काल मे दो बार विधायक रहे। आदराम मेघवाल को 1998 में पहली बार कांग्रेस पार्टी ने टिकट देकर टिब्बी क्षेत्र से उतारा था। जो अभी संगरिया विधानसभा का हिस्सा बन चुकी है। 1998 में टिब्बी से विधायक के रूप में चुन कर विधानसभा गए। उसके बाद 2008 में उन्होंने अपने ग्रह क्षेत्र पीलीबंगा से कांग्रेस से टिकट लाकर चुनाव लड़ा जिसमे वो जीत भी गए। 2008 में वो पीलीबंगा विधानसभा से विधायक चुनकर विधानसभा गए। वो अपने जीवनकाल में दो बार ही विधायक रहे।
बेबाक व ठेठ नेताओ में थी गिनती
पूर्व विधायक आदराम मेघवाल की गिनती ठेठ व बेबाक नेताओ में होती थी। दरअसल आदराम मेघवाल ग्रामीण परिवेश से आते थे तो उनका अंदाज भी वैसा ही था। ग्रामीण परिवेश के चलते वो अपनी बात सीधी स्थानीय भाषा अंदाज में सीधा मुंह पर कह देते थे। वो अपने इसी ठेठ अंदाज से भी जाने जाते थे। ज्यादातर अपनी बोल-चाल में वो स्थानीय भाषा का ही उपयोग करते थे।
गहलोत गुट के नेता के रूप में रही पहचान
आदराम मेघवाल की पहचान आज भी गहलोत गुट के नेता के रूप में होती थी
आदराम मेघवाल की पहचान आज भी गहलोत गुट के नेता के रूप में होती थी। हालांकि ये बात अलग है कि कांग्रेस हमेशा से ही गुटबाजी की सभी बातों से इनकार करती आई है। 1998 में जब वो टिब्बी विधानसभा से चुनाव जीतकर आये थे उसी कार्यकाल में कांग्रेस की सरकार में सीएम अशोक गहलोत बने थे। आदराम मेघवाल के बुलावे पर अशोक गहलोत उसी कार्यकाल में रावतसर भी आये थे। रावतसर की सेम समस्या को लेकर आदराम मेघवाल ने सीएम का दौरा करवाया था। जिसके बाद से ही आदराम को गहलोत का करीबी नेता के रूप में जाना जाता रहा है। उसके बाद में भी वो चाहे विद्यायक रहे या नहीं लेकिन उनकी तस्वीरें सीएम अशोक गहलोत के साथ वायरल होती रही है।
पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
पूर्व विधायक आदराम मेघवाल के निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार हनुमानगढ़ जिले के रावतसर तहसील के गांव मोधुनगर में होगा