संक्रमित या संक्रमण से ठीक हो चुके गोवंश को नहीं लगेगा
प्रदेश में गोवंश में महामारी की तरह फैले लम्पी वायरस पर नियंत्रण के लिए पहली स्वदेशी लम्पी प्राे वैक्सीन बुधवार काे दिल्ली में लॉन्च हाे गई। सरकार खरीद कर मुफ्त लगाएगी, पशुपालकाें से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। केन्द्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान हिसार अाैर अाईवीअारई इज्जत नगर के वैज्ञानिकाें ने तो इस वैक्सीन की दर फिलहाल 2 रु./डाेज तय की है, लेकिन एक सप्ताह में काॅमर्शियल उत्पादन शुरू होगा, तब दरें संबंधित कंपनी तय करेगी। वैज्ञानिकाें के पास 4 लाख डाेज तैयार हैं, इनमें से 1 लाख डाेज राजस्थान काे मिलेगी। हिसार से टीके जयपुर अाने में 2-3 दिन लगेंगे।
प्रदेश में फिलहाल हर जिले को मिलेगी 5000 डाेज
किस जिले में कितनी वैक्सीन अाएगी?
– शुरुआत में हर जिले को न्यूनतम 5 हजार वैक्सीन मिलेगी। उसके बाद उपलब्धता के आधार पर।
गांव में हूं, 5 गायें हैं, उन्हें टीका कैसे लगेगा?
– पशुपालन उपनिदेशक कार्यालय या गांव के अासपास पशुपालन अधिकारी से संपर्क करना होगा।
पशु को लेकर जाना पड़ेगा या टीका लगाने वे खुद अाएंगे?
– टीका उपलब्ध है ताे वे लगाने घर अाएंगे।
क्या टीके के बदले पैसे देने हाेंगे?
– नहीं, टीके के बदले काेई पैसा नहीं।
मेरी गाय काे लम्पी हुआ या वह ठीक हाे चुकी ताे क्या टीका लगवाना जरूरी है?
– नहीं, संक्रमित गाय पर टीका काम नहीं करेगा। जाे गाय लम्पी से ठीक हाे गई, उसे भी टीके की जरूरत नहीं है। टीका सिर्फ स्वस्थ पशु के लिए हैे।
1 कराेड़ से अधिक गोवंश, टीके एक लाख ही?
– जिन जिलाें में ज्यादा असर, वहां के स्वस्थ पशुअाें काे पहले टीका लगेगा।
टीके की अगली खेप कब तक अाएगी?
– काॅॅमर्शियल प्राेडक्शन एक सप्ताह में शुरू होने के बाद उपलब्धता बढ़ेगी।
– एक्सपर्ट : पीसी किसन, सचिव, पशुपालन