जैसे-जैसे राम रहीम का जेल में समय बढ़ रहा है, वैसे-वैसे उनके लिए बहनों का प्यार भी कम हो रहा है। इसका अंदाजा जेल में भेजी गई राखियों से लगाया जा सकता है।
पिछले साल की अपेक्षा इस बार गुरमीत राम रहीम के लिए केवल 1,334 राखियों के लिफाफे पहुंचे हैं। जबकि पिछले साल डेरा प्रमुख के लिए 27 हजार से अधिक तो वहीं उससे पिछले साल 50 हजार राखियां आई थी।
सफरनामा.न्यूज रोहतक
साध्वियों के यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के लिए इस बार रक्षाबंधन पर बहनों का प्यार कम हो रहा है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार गुरमीत राम रहीम के लिए केवल 1,334 राखियों के लिफाफे पहुंचे हैं। जबकि पिछले साल डेरा प्रमुख के लिए 27 हजार से अधिक तो वहीं उससे पिछले साल 50 हजार राखियां आई थी।
इस बार बुधवार सुबह तक रोहतक में सुनारिया जेल डाकघर में राम रहीम के लिए राखी के 1300 लिफाफे पहुंच गए। इनकी छंटनी का काम चल रहा है। इसके मुकाबले पिछले साल राम रहीम के लिए इतनी अधिक राखियां आई थीं कि डाक विभाग को 10 दिन पहले ही उनकी छंटनी के लिए स्पेशल स्टाफ तैनात करना पड़ा था।
राम रहीम के लिए पहुंची राखियां
30 दिन की पैरोल पर 18 जुलाई को ही लौटा जेल
राम रहीम 30 दिन की पैरोल काटकर बीती 18 जुलाई को ही रोहतक जेल वापस पहुंचा है। पैरोल के दौरान वह यूपी के बागपत आश्रम में था और वहां सत्संग करने के अलावा अपने अनुयायियों से मेल-मुलाकात करता रहा। पैरोज पर रहते हुए उसने एक गाना भी लॉन्च किया।
सुनारिया जेल डाकघर के पोस्ट मास्टर विकास ने बताया कि राम रहीम के नाम पर इस बार राखियों के 1300 पैकेट पहुंचे हैं। इनकी छंटनी का काम चल रहा है। 11 अगस्त रक्षाबंधन वाले दिन सभी लैटर संबंधित लोगों तक पहुंचा दिए जाएंगे।
इस बीच डीएसपी सुशील ने बताया कि रक्षाबंधन को देखते हुए जिला जेल में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। रोजाना के मुकाबले इस दिन दोगुना स्टाफ तैनात रहेगा