डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला समेत जेजेपी के सभी बडे नेता रहेंगें मौजूद
रणघोस के जरिए जेजेपी की नजर राजस्थान विधानसभा चुनाव पर
राजस्थान के विधानसभा चुनाव में निभाएगें अहम भूमिका – दिग्विजय चौटाला
चौधरी देवीलाल जब उपप्रधानमंत्री थे, तब राजस्थान के सीकर से सांसद थे
डा अजय चौटाला दातारामगढ और नोहर से विधायक रह चुके हैi
जयपुर ब्रेकिंग
रणघोस कार्यक्रम की कमान दिग्विजय चौटाला ने संभाली हुई है। कई दिन से दिग्विजय ने राजस्थान में डेरा डाला हुआ है। आधा दर्जन से ज्यादा जिलों का दिग्विजय चौटाला ने दौरा भी किया।
राजस्थान से हमारा चार पीढ़ियों का नाता रहा है इसलिए पांच अगस्त को छात्र संगठन इनसो जयपुर में अपना 20वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है। राजस्थान के आगामी विधानसभा में जेजेपी अहम भूमिका निभाएगी। इनसो इस बार राजस्थान में मजबूती से छात्रसंघ का चुनाव लड़ेगी। यह बात जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने कही। वे वीरवार को जयपुर में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। दिग्विजय ने कहा कि इनसो स्थापना दिवस कार्यक्रम में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला शिरकत करेंगे और वे पर्यावरण को लेकर बड़ा ऐलान करेंगे।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि राजस्थान से हमारा चार पीढ़ियों का नाता रहा है। उन्होंने कहा कि जननायक चौ. देवीलाल जब देश के उपप्रधानमंत्री बने थे तब वे सीकर से सांसद थे और जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला दातारामगढ़ व नोहर विधानसभा से विधायक रहे है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि चौ. देवीलाल और डॉ. अजय सिंह चौटाला की कर्मभूमि राजस्थान में इनसो युवाओं आवाज बुलंद करेगी और सभी शिक्षण संस्थानों में युवाओं के लिए बेहतर प्लेटफार्म इनसो बनेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव में जेजेपी अपनी अहम भूमिका निभाएगी और इनसो स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद जेजेपी राजस्थान में संगठन विस्तार के कार्य पर तेजी से आगे बढ़ेगी और संगठन को मजबूत करेगी।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो उत्तर भारत का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। उन्होंने कहा कि आज इनसो के साढ़े पांच लाख एक्टिव मेंबर है और इनसो ने युवाओं से जुड़े हर मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाया है। साथ ही सामाजिक कार्यों में भी इनसो आगे रही है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि वर्ष 2013 को इनसो ने रोहतक में बड़े नेत्रदान कैंप का आयोजन किया था और इस कैंप में युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और सर्वाधिक 10 हजार 883 लोगों को नेत्रदान करवा कर इनसो का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज करवाया। वहीं इनसो से जुड़े करीब 5200 युवाओं ने अंगदान करके इतिहास रचा।