फेफाना/चारणवासी –
गुरूवार को एसीबी हनुमानगढ़ की टीम ने किसान से रिश्वत लेते हुए कृषि पर्यवेक्षक को 15 हजार रू रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं। भष्टाचार निरोधक ब्यूरों के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि गांव

रतनपुरा निवासी सत्यवीर पुत्र हरीराम जाति जाट ने एसीबी शाखा हनुमानगढ़ में परिवाद द्वारा आवेदित डिग्गी निर्माण की फाइल पास करवाने की एवज में मलवानी कृषि पर्यवेक्षक दयाराम गोदारा (बरवाली) द्वारा 40 हजार रू रिश्वत की मांग कर परेशान किया जा रहा हैं। जिस पर एसीबी बीकानेर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्रोई के सुपरविजन में एसीबी हनुमानगढ़ इकाई के पुलिस निरीक्षक सुभाष चंद्र के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन कर उनकी टीम ने गुरूवार को कृषि पर्यवेक्षक मलवानी दयाराम गोदारा पुत्र रामेश्वर गोदारा निवासी बरवाली(नोहर)को परिवादी से 15 हजार रू लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उल्लेखनीय हैं कि आरोपी ने शिकायत सत्यापन के दौरान परिवादी से 5 हजार रू रिश्वत के ले लिए थे।

एसीबी के उप महानिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में आरोपी के निवास सहित अन्य ठिकानों की तलाशी जारी हैं। एसीबी द्वारा मामले में भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा। पूरी कार्रवाही राजीव गांधी सेवा केन्द्र मलवानी में पूरी की गई। निरीक्षक सुभाष चन्द्र बताया कि क्षेत्र में काफी संख्या में डिग्गी स्वीकृत हुई हैं अगर कोई पर्यवेक्षक स्वीकृती की एवज या उचित कार्य के लिए रिश्वत मांगे तो बिना भय के एसीबी को शिकायत करें। एसीबी शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रख भी कार्रवाही करेगी। उल्लेखनीय हैं कि आरोपी रिटायर्ड सैनिक हैं। टीम में जगदीशराय, विनय विशाल ,वरूण कुमार, संदीप कासनिया, राजेश,राजेन्द्र प्रसाद, अमन भादू ,ओमप्रकाश सोनी व स्वतंत्र गवाह अमित कुमार व पवन गहलोत सहित मौजूद थे।
कोई भी सरकारी कर्मचारी परेशान करे तो इस पर करे शिकायत-

एसीबी महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने समस्त समस्त प्रदेशवासियों से अपील की हैं कि अगर उचित कार्य के लिए कोई रिश्वत मांगे तो बिना भय के एसीबी को टोल फ्री हैल्पलाइन न 1064 व वाटसएप न. 94135-02834 पर संपर्क कर मदद ले सकते हैं। शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
किसानों को करता था परेशान:

परिवादी ने सत्यवीर सिहाग ने बताया कि उनकी भूमि 3 बारानी(मलवानी)में आती हैं जिन्हें लॉटरी में डिग्गी आंवटित हुई थी। कृषि पर्यवेक्षक ने स्वीकृती के लिए रतनपुरा से मलवानी के बहुत चक्कर कटवाए ओर आखिर में डिग्गी के 3 लाख 20 हजार रू स्वीकृत करवाने पर 40 हजार रू की डिमांड रखी। जिसमें से 20 हजार पहले ओर 20 स्वीकृती के बाद देना तय हुआ था। मौके पर गांव चारणवासी के किसान सुरजीत पुत्र बीरबल सिहाग ने निरीक्षक सुभाष चंद्र को बताया कि उनकी डिग्गी स्वीकृत करने की एवज में 50 हजार रू की डिमांड की। जिसकी शिकायत 181 पर करने के बाद स्वीकृती प्रदान की।

वहीं फसल नुकसान का सही आंकलन न करने के कारण दोनों गांवों के किसानों को बीमा नहीं मिल रहा था। वहीं किसानों के साथ दुर्रव्यवहार करते हुए हर सवाल का जबाव असंतोषजनक देता हैं। दोनों गांवों के किसान कृषि पर्वयेक्षक की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट थे। बता दें कि आरोपी रिटायर्ड सैनिक हैं।
इस वर्ष में यह 5वां ट्रैप, ढाई वर्ष में 23 घूसखोर पकड़े गए
वर्ष 2020 में 7 कर्मचारी ट्रैप हुए, एक के खिलाफ पद दुरुपयोग का केस हुआ। वर्ष 2021 में 11 कर्मचारी व एक प्राइवेट व्यक्ति को पकड़ा। स्वास्थ्य विभाग लेखाकार, कनिष्ठ सहायक व वरिष्ठ सहायक, सिंचाई पटवारी, सरस डेयरी ऑपरेटर, दो एएसआई, राजस्व पटवारी, शिक्षा विभाग में प्राचार्य व प्रबोधक, बैंक मैनेजर था। वर्ष 2022 में यह 5वीं कार्रवाई है, गंगमूल डेयरी एमडी सहित 4 अधिकारी-कर्मचारी पकड़े जा चुके हैं। ढाई वर्ष में 23 रिश्वतखोर पकड़े जा चुके हैं।
निरीक्षक सुभाष चंद्र बताया कि क्षेत्र में काफी संख्या में डिग्गी स्वीकृत हुई है – एसीबी डीआईजी सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में आरोपी के निवास सहित अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है। कार्रवाई करने वाली टीम में जगदीशराय, विनय विशाल, वरुण कुमार, संदीप कासनिया, राजेश, राजेंद्र प्रसाद, अमन भादू, ओमप्रकाश सोनी, अमित कुमार, पवन गहलोत आदि शामिल थे।