जयलाल वर्मा/ राजेश इंदौरा
हरियाणा से निर्धारिण नोहर फीडर का 332 क्यू.पानी नहराना हेड से दो नहरों में प्रवाह होकर चार सीपी हेड तक पहुंचता हैं। जिस कारण 27 किमी दूरी में आधा पानी चोरी हो जाता हैं। मीडिया के जरिए कई बार सुझाव प्रकाशित करते हुए बताया था कि अगर केंद्र व राज्य सकरार बजट देकर नहराना हेड से चार सीपी हेड तक नोहर फीडर की चौड़ाई बढ़ाए तो पूरा निर्धारित 332 क्यू.पानी एक नहर में प्रवाह होकर चार सीपी हेड से प्रदेश की तरफ प्रवाह होने से बड़ा फायदा मिलेगा। ओर नहर की चौड़ाई बढ़ाने के लिए दोनों नहरों के बीच पर्याप्त जगह हैं।
किसानों ने मीडिया के सुझाव को मांग पत्र में शामिल किया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार नहर के पुननिर्माण में 60 प्रतिशत राशि खर्च करने के लिए तैयार हैं। 40 प्रतिशत राशि राजस्थान सरकार लेंगे। इसी दिशा में प्रोजेक्ट डीपीआर तैयार कर रिपोर्ट मांगी हैं।
संयुक्त किसान संघर्ष समिति कि अध्यक्ष रामकुमार सहारण ने बताया कि इस बार नोहर फीडर का मामला केंद्र सरकार तक पहुंच गया हैं। केंद्र व राज्य सरकार गंभीर नजर आने से समस्याओं का हल होने की पूरी उम्मीद हैं।
मीडिया की सभी रिपोर्ट मंत्री को दी गई

भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के स्वतंत्र निदेशक काशीराम गोदारा ने बताया कि इस बार नोहर फीडर के किसानों का आंदोलन सकारात्मक दिशा में जा रहा है 2002 का जिक्र करते हुए बताया 47 दिन महापड़ाव के बाद नोहर फीडर में हरियाणा ने पानी छोड़ा था। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के हस्तक्षेप में नोहर फीडर के किसानों की समस्या के पुख्ता समाधान होगा।
राजस्थान सरकार के पत्राचार से हरियाणा एसई ने बनाई 6 अधिकारियों की कमेटी,15 दिन में बरवाली नहर की जांच कर देगी रिपोर्ट
हरियाणा में नोहर फीडर के हिस्से से चोरी हो रहे पानी को लेकर सिरसा जल संसाधन विभाग भी गंभीर हैं। सिरसा एसई ने राजस्थान सरकार के पत्राचार के बाद बरवाली नहर के मोघो सहित जांच करवाने के लिए हरियाणा के 4 ओर राजस्थान के 2 अधिकारी शामिल कर कमेटी बनाई हैं। कमेटी में नहराना डिवीजन के एक्सईएन मनदीप सिहाग, शेरावाली सब डिवीजन के एसडीओ लखविंदर सिंह, फतेहाबाद डिवीजन के एक्सईएन मनदीप बेनीवाल,भट्टू सब डिवीजन के एसडीओ संदीप कुमार,नोहर एक्सईएन दीपक पंवार, एईएन मुकेश कुमार सिहाग शामिल हैं। कमेटी नहराना हेड से बरवाली नहर में चार सीपी हेड तक 27 किमी में लगे 45 मोघो का साइज ओर प्रवाह करने वाले पानी की क्षमता,मोघो का लेवल,चार सीपी हेड के संगम स्थल से निकलने वाले मल्लेका माइनर,चल रहे पांच क्यू.के मोघे ,गेटो की जांच व पानी चोरी कि चिन्हित जगहों सहित विभिन्न बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट 15 दिन में दोनों राज्यों के चीफ इंजीनियर को देगी। वहीं हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर नथमल डिडेल द्वारा हरियाणा को पत्राचार किया गया हैं। हनुमानगढ़ व सिरसा जिला कलेक्टर के हस्तक्षेप में एक कमेटी ओर बनेगी।
5 दिन में दूसरे एसई ने किया कार्यभार ग्रहण :
पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनिया, पंचायत समिति सदस्य कामरेड मंगैज चौधरी, गोपीराम स्वामी,राजकुमार जाखड़, रमेश घणघस, बलवंत सहारण,काशीराम ढुकिया, ओमप्रकाश गोदारा ने बताया कि जल संसाधन विभाग नोहर में एसई ओर एक्सईएन आने को तैयार तक नहीं। नतीजन एसई ओर एक्सईएन का काम लंबे समय से इधर-उधर के अधिकारी को अतिरिक्त चार्ज देकर करवाया जा रहा हैं। जिससें किसानों को सिंचाई प्रणाली संबंधी कार्य नहीं हो पा रहे। जून 2020 में एसई देबीसिंह नोहर से सेवानिवृत हुए। उसके बाद चार्ज महेन्द्र कुलहरी,अनिल कैथल को दिया गया। जनवरी 2022 में स्थाई एसई बजरंगलाल को लगाया गया। जिनका 4 माह बाद जून में तबादला कर एसई देवीसिंह को लगाया जिन्होंने एक महीनें बाद कार्यभार ग्रहण किया ओर तीन दिन बाद तबादला कर मूलसिंह को लगा दिया। एसई मूलसिंह ने शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। कमोबेश यही हाल एक्सईएन पद का हैं। जून 2020 में एक्सईएन का चार्ज पीसी गुप्ता,एईएन मुकेश कुमार,मोहनलाल मालवा ओर वर्तमान मे भादरा एईएन दीपक कुमार को दे रखा हैं। जून में एक्सईएन रामाकिशन को लगाया था। लेकिन 20 जुलाई तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया ओर तबादला कर एक्सईएन महेन्द्र बुरडक को लगा दिया। जिन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया।