दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के निर्माणाधीन नए संसद भवन पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ की बड़ी प्रतिमा का अनावरण किया। अशोक स्तंभ की यह प्रतिमा कांस्य धातु से बनाई गई है। इस प्रतिमा की ऊंचाई 6.5 मीटर है। इस प्रतिमा का वजन 9500 किलो बताया जा रहा है। अशोक स्तंभ की यह प्रतिमा निर्माणाधीन संसद भवन पर लगने से पहले 8 चरणों से होकर गुजरी है। इन चरणों में इस प्रतिमा की स्केचिंग, पालिसिंग और निर्माण से संबंधित कई चरण शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (11 जुलाई 2022) को देश के नए संसद भवन की छत पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ की प्रतिमा का अनावरण किया है। अशोक स्तंभ की यह मूर्ति कांस्य धातु से बनाई गई है। इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है। इसका वजन 9500 किलो बताया जा रहा है। अशोक स्तंभ की इस मूर्ति को कई चरणों में बनाया गया है। जिसमें स्केचिंग, पॉलिसिंग सहित कई चरण शामिल हैं। वहींं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के अशोक स्तंभ के अनावरण पर नाराजगी जताई है।
इस मौके पर पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे। निर्माणाधीन संसद भवन की छत पर बने अशोक के इस स्तंभ का निर्माण दो हजार से ज्यादा लोगों ने मिलकर किया है। संसद भवन की इस नई इमारत में 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। बताया जा रहा है कि इस इमारत का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। शीतकालीन सत्र तक नया संसद भवन बनकर तैयार हो जाएगा।