जिले में रबी सीजन में गेहूं की बिजाई कम होने से तूड़ी का भारी संकट उत्पन्न हो गया था। तूड़ी की कमी के चलते गोशाला समितियों के सामने गोवंश को रखने की चुनौति उत्पन्न हो गई। कलेक्टर नथमल डिडेल ने जिले के किसानों से गोशालाओं की गायों के लिए हरे चारे की बिजाई करने की अपील की। कलेक्टर की अपील पर सक्षम किसान आगे आए खेतों में गोशालाओं के लिए चारे की बिजाई की।
इसी कारण इस बार हरे चारे का बिजाई क्षेत्र बढ़ गया है। अब बरसात का सीजन शुरू हो गया है और नहरों में भी पर्याप्त पानी चल रहा है। ऐसे में आगामी दिनों में रकबा और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस बार हर साल की अपेक्षा दोगुने से अधिक क्षेत्र में चारे की उम्मीद है। हालांकि फाइनल रिपोर्ट आने अभी बाकी है। गोवंश के लिए चारे की व्यवस्था किसानों ने ट्यूबवैलों से सिंचाई कर भी की है।
नोहर तहसील के गांव सूरपुरा युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं जिले के लोकपाल विनोद जांगिड़ ने नहरी पानी नहीं होने के बावजूद ट्यूबवैलों से सिंचाई कर एक बीघा में हरे चारे की बिजाई की। अब चारा कटाई योग्य होने पर प्रतिदिन गोशाला में भिजवाया जा रहा है। विनोद पुत्र महावीर प्रसाद से प्रेरित होकर क्षेत्र के अन्य किसानों ने भी गोशालाओं के लिए चारे की बिजाई की है।
जिले में बढ़ेगा हरे चारे का बिजाई क्षेत्र, फील्ड स्टाफ से मांगी रिपोर्ट जिले में इस बार गत वर्षों की तुलना में हरे चारे का बिजाई क्षेत्र निश्चित रूप से बढ़ा है। अब बरसात भी हो रही है और नहरों में सिंचाई पानी भी प्रवाहित हो रहा है। इस कारण हरे चारे का रकबा और बढ़ने की उम्मीद है। फील्ड स्टाफ से बिजाई क्षेत्र की रिपोर्ट मांगी गई है। दानाराम गोदारा, उपनिदेशक कृषि (विस्तार), हनुमानगढ़