अमरनाथ यात्रा में 15 लोगों की मौत और कई घायल होने का समाचार
पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना सामने आई है। शुक्रवार शाम को अमरनाथ गुफा से करीब दो किलोमीटर दूर अचानक से बादल फट गया। जिसके चलते अचानक से बाढ़ आ गई। इस भयानक बाढ़ की चपेट में घाटी में नीचे लगे टेंट आ गए। जिनमें लोग रुके हुए थे। खबर लिखे जाने तक इस हादसे में करीब 10 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है, जबकि कई अन्य घायल होने की खबर है। शुरुआती मिली जानकारी के मुताबिक जब यह घटना हुई तब मौके पर करीब बारह हजार यात्री मौजूद थे।
Cloudburst near Amarnath shrine in Jammu and Kashmir, casualties feared
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना आज शाम करीब 5:30 बजे हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत की खबर आ रही है और कई लोग के लापता होने और घायल होने की जानकारी सामने आई है। बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरपी राहत बचाव के काम लगी हुई हैं। तीर्थयात्रियों के कई टेंटों में नुकसान की भी खबर है। आईजीपी कश्मीर ने बताया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कुछ लंगर और तंबू अचानक बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 10 लोगों की मौत की सूचना है।
बादल फटने की घटना पवित्र गुफा के एक से दो किलोमीटर के दायरे में हुई। पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। अभी तक कई श्रद्धालु लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस, एनडीआरएफ और एसएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है। घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है।
जानकारी के मुताबिक, यहां बालटाल का रास्ते पर भी आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम लगाई थी। वहां मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है। जानकारी मिली है कि, श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्प लाइन भी जारी किया जाएगा। जिनके परिजन वहां गए हैं, वो उस नंबर से जानकारी ले सकते हैं।
हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है। 43 दिवसीय यात्रा 11 अगस्त को समाप्त होगी। इस वर्ष की यात्रा में लगभग तीन लाख तीर्थयात्रियों के भाग लेने की संभावना है।