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फेफाना- राजेश इंदौरा/जयलाल वर्मा
किसान चरणबंद्व तरीके से आंदोलन को चलाए। अगर किसानों की महापंचायत ने अपने समर्थन में मुझसे पद का त्याग मांगा तो परहेज नहीं करूगां। मुझे प्रधान का पद नहीं क्षेत्र के किसान प्यारे है ये बात गांव फेफाना में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए प्रधान सोहन ढिल्ल ने कहीं। भारत सरकार के रसायन व उरर्वक मंत्रालय के निदेशक

काशीराम गोदारा ने कहा कि सन् 2000 के किसान आंदोलन की तर्ज पर लड़ेगे। किसान इस बार पूरा 332 क्यू.पानी लेकर रहेगा चाहे इसके लिए मुकदमें लगे,लाठी चार्ज हो या बलिदारन देना पड़े। किसानों का एक शिष्टमंड लेकर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह से संवाद करेंगे। प्रदेश के अन्य जिले के किसानों ओर गैर राजनीति संगठनों से भी आंदोलन के सहयोग के लिए बात चीत करेंगे।

पंस सदस्य मंगेज चौधरी ने कहा कि किसानों का पानी के लिए आंदोलन मजबूत करने के लिए घरों से निकल कर क्रंाति के मार्ग पर चलते हुए एकजुटता की ताकत दिखाने पर ही सरकार व प्रशासन झुकेगा ओर 22 जुलाई को किसानों की भीड़ ही जीत सुनिश्चित करेगी। किसानों के लिए पिछे नहीं हटेंगे।

पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया ने कहा कि पानी का मामला अन्यत्र राज्यों से जुड़ा होने के कारण कठोर आंदोलन व प्रयास के बिना हल नहीं होगा। किसानों को एकजुटता के साथ 332 क्यू.पानी की सुनिश्चिता तक दिखाते हुए आंदोलन में आगे बढ़ता हैं।

पंस सदस्य रमेश बेनिवाल ने कहा कि किसानों के हक के लिए जीवन का बलिदार दें देगे। लेकिन किसानों की बेकद्री स्वीकार नहीं हैं। नोहर में किसानों की सुनने वाला न जनप्रतिनिधि न प्रशासन। लावारिश हो गया नोहर।
22 जुलाई को एसडीएम कार्यलय के आगे पड़ाव:

महापंचायत में नोहर फीडर से जुड़े गांवों,सिद्वमुख,अमरसिंह ब्रांच ,नोहर के दक्षिण दिशा के गांवों सहित क्षेत्र के 3000 किसानों की छ:घंटा चली महापंचायत में 22 जुलाई को नोहर एसडीएम कार्यलय के आगे अनिश्चितकालीन पड़ाव डालने का निर्णय लिया गया। सर्व प्रथम व्यक्ताओं ने
शहीद भूपसिंह सुथार,जालिम सिंह व किसानों के मसीहा चौ.कुम्भराम आर्य की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित कर कार्यक्रम शुरू हुआ।
बता दें कि नोहर फीडर में 332 क्यू.पानी की सुनिश्चिता को लेकर चक 7 जेएसएस में संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 13 दिन से धरना व क्रमिक अनशन चल रहा था। शुक्रवार को रमेश घणघस,ओमप्रकाश गोदारा,लालचन्द खाती,अजय ज्याणी,बनवारी लाल ज्याणी क्रमिक अनशन पर थे। प्रशासन से वार्ता व आंदोलन की रूप-रेखा बनाकर चलाने के लिए 25 सदस्यों की कमेटी बनेगी।कलाकर सतपाल घिंटाना एड़ पार्टी ने किसानों के हालात पर गीत प्रस्तुत कर किसानों को हक के लिए जागरूक करने का प्रयास किया।
इन्होंने भी किया संबोधित:पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनियां,भूतपूर्व विधायक सुचित्रा आर्य,समिति अध्यक्ष रामकुमार सहारण
नेठराना के सरपंच राजेन्द्र निमीवाल,गोगामेड़ी के पूर्व सरपंच विक्रमसिंह राठोड़, भूपसिंह बिजारणियां,परलीका के बसंत कुमार,रवि भादू ,गुडिय़ा के पूर्व सरपंच मनीराम गढ़वाल,सरदार गुरमेल सिंह सरदार,बरवाली सरपंच राजाराम पूनियां,गोपीराम स्वामी सहित ने संबोधित किया। किसानों ने आंदोलन में पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया से सांसद राहुल कस्वां की उपस्थिति सुनिश्चित करने की बात कहीं।
पत्र से बढ़ा रोष :उपखंड अधिकारी ने पत्र भेजकर महापंचायत में धारा 144 का उल्लघंन करने पर मामला दर्ज करवाने की चैतावनी दी । जिससें किसानों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया। पंस सदस्य मंगेज चौधरी आए प्रशासनिक पत्र को फाडक़र कहां कि प्रशासन किसानों की बजाए मेरे ऊपर मुकदमा एक नहीं कई दर्ज करवाएं। बड़े शर्म की बात हैं वार्ता करने की बजाए किसानों के आंदोलन को कमजोर करना चाहता है।