8.7 C
London
Friday, March 24, 2023

ई-मित्र संचालक ने एक मजदूर के खाते से फ्राड तरीके से लाखों रू का गबन करने का मामला सामने आया हैं। ग्राम पंचायत रतनपुरा (नोहर) का है मामला।

- Advertisement -
- Advertisement -

Safarnama.news

नोहर/फेफाना/रतनपुरा/चारणवासी

चौहिलांवाली के बाद रतनपुरा(नोहर)में एक अवैध ई-मित्र संचालक द्वारा मजदूर के खाते से लाखों रू का गबन करने का मामला सामने आया हैं। सोमवार को सरपंच जिंद्रपाल गोदारा के नेतृत्व में पीडि़त पक्ष सहित अन्य ग्रामीणों द्वारा एसबीआई बैंक शाखा के आगे दोषियों के खिलाफ कार्रवाही करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में दो दिनों में उचित कार्रवाही कर मजदूर को गबन राशि पुन: न लौटाने पर बैंक शाखा के आगे धरना प्रदर्शन करने की चैतावनी दी गई हैं।

प्रीतम सिंह ग्रामीण रतनपुरा

प्रीतम सिंह द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया कि बेटे हरबंश के इलाज के लिए जमीन बेचक खाते में 1 लाख 3450 रू जमा रखे। जो गांव में सुरेश- राजेन्द्र पुत्र बनवारीलाल द्वारा संचालित रोमियों ई-मित्र से लिए गए पंखे की एवज में पैसे खाते में से निकालकर देने के लिए बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाया था।

प्रीतम सिंह का बेटा हरबंस सिंह

लेकिन बार-बार अंगूठा न आने का तर्क देकर 22 अप्रैल 5 जून तक कई बार अंगूठा लगवाकर खाते में से जमा 1 लाख 3450 रू निकाल लिए। बेटे के इलाज के लिए 3 जुलाई को बैंक से राशि निकलवाने पहुंचें तो हौस उड़ गए। बैंक से खाते का स्टेटमेंट निकलवाने पर राशि निकली मिली। वहीं ई-मित्र संचालक ने ग्राहकों को गुमराह करने के लिए दुकान के आगे एसबीआई ग्राहक केंद्र का संकेत बोर्ड लगा रखा हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच फेफाना पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई इन्द्रसिंह को सौंपी हैं।

एसबीआई बैंक के आगे प्रदर्शन करते ग्रामीण

लोगों को भम्रित करता बोर्ड:ई- मित्र संचालक के पास बीसी न होने के बावजूद दुकान के आगे एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र का बोर्ड लगाकर लोगों भम्रित किया जा रहा हैं। खास बात ये हैं कि अवैध बोर्ड शाखा के मुख्यद्वार के सामने लगा रहता हैं। लेकिन शाखा प्रबंधक ने उक्त बोर्ड को लेकर जांच करना उचित नहीं समझा ओर गबन हो गया। बैंक के आगे एकत्रित ग्रामीणों ने बताया कि अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी हो रही हैं। ग्रामीणों ने ई-मित्र व बैंक कर्मियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए बताया कि कर्मी दो से दस हजार रू तक निकलवाने व डलवाने वालों को बैंक से बाहर ई-मित्रों या बीसी पर जबरदस्ती भेजते हैं। जहा लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। खास बात ये है कि गांवों में अधिकतर किसान,मजदूर कम पढ़े लोग या विधवा,बृद्वा पैंशनधारक ई-मित्रों से पैसे निकलवाते हैं। पांच सौ रू के लिए उपभोक्ता द्वारा बायोमेट्रिक पर अंगूठा लगाने के बाद ई-मित्र या बीसी वाले उनुचित फायदा उठाते हैं। ग्रामीणों ने ई-मित्र संचालकों के साथ बैंकर्मियों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज जांच करवाने की मांग की हैं।

 

अवैध है एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र का बोर्ड

इनके पास एसबीआई की बीसी न होते हुए भी ग्राहकों को एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र का संकेत बोर्ड लगारखा हैं। जिसके लिए कई बाद ई-मित्र संचालक को पांबद्व किया लेकिन बोर्ड नहीं हटाया। उक्त व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए उच्चधिकारियों को पत्र लिखा हैं।

रामप्रताप,प्रबंधक एसबीआई शाखा रतनपुरा।

जांच कर लौटाई जाए राशि

इससे पहले भी ई-मित्र संचालकों द्वारा किए गए गबन की बैंक में शिकायत आ चुकी हैं। बैंक के भम्रित करने वाले बोर्ड लगा होने के बाद जांच न करने से गबन हो गया। वहीं ग्राहकों को कम राशि बीसी पर जमा करवाने के लिए प्रेरित किए जाते हैं। मामले में दोषियों को सजा मिले ओर मजदूर को गबन हुई राशि। ऐसे में 1000-500 के तो अंतगणित मामले मिलेंगे। बैंक ग्राहकों को ऐसे भम्रिक सेवा केंद्रों के प्रति जागरूक करें।                    जिंद्रपाल गोदारा,सरपंच,ग्राम पंचायत रतनपुरा।

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here