नोहर फीडर की मांग को लेकर विपक्ष के विधायक अमित चाचाण के पास जाने में परहेज नहीं करूगां:पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनियां - जसाना आंदोलन की तर्ज पर एकजुटता से लडऩा होगा:मंगेज चौधरी
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Friday, March 24, 2023

किसानों की समस्यायों के लिए कोई प्राटी-वार्टी नही अगर नोहर फीडर की मांग को लेकर विपक्ष के विधायक अमित चाचाण के पास जाने में परहेज नहीं करूगां: पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनियां जसाना आंदोलन की तर्ज पर एकजुटता से लडऩा होगा:मंगेज चौधरी

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The Safarnama.News

फेफाना
नोहर फीडर में चार सीपी हेड पर निर्धारित 332 क्यू.पानी सुनिश्चित लेने के लिए संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बैनर तले चक 7 जेएसएन में चल रहा धरना व क्रमिक अनशन रविवार को आठवें दिन जारी रहा। रविवार को धरना स्थल पर किसानों की साधारण सभा हुई।

पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनियां ने संबोधन में कहा कि किसानों के मंच पर कोई पार्टीबाजी नही करेंगे
सरकार है इसलिए उन्हीं से डिमांड रखी होती हैं हरियाणा में नोहर फीडर की ऊंचाई तीन फूट बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों के साथ मुझे विधायक अमित चाचाण के पास जाने में संकोच नहीं हैं। इस बार विभाग के साथ वार्ता में सहमति वाले कार्यो पर काम शुरू होने पर आंदोलन समाप्त करेंगे। केवल लिखित सहमति पर नहीं रहेंगे।

 

पंस सदस्य मंगेज चौधरी ने कहा कि जसाना आंदोलन की तर्ज पर किसानों की बहुत संख्या की सुनिश्चिता के साथ आंदोलन लडऩा पड़ेगा और गांव ढाणियों, चकों में जाकर किसानों को अपने हक के लिए जगाना होगा
संयुक्त किसान

 

संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण ने बताया कि नोहर फीडर में पानी समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही हैं। किसानों को गैर राजनीति तरीके से सरकार से लडऩा होगा।
गुडिय़ा के पूर्व सरपंच मनीराम गढ़वाल व रवि भादू ने कहा कि पानी के आंदोलन के लिए उनका गांव पूरी तरह से मुस्तैद हैं। जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्ष काशीराम ढुकिया ने कहा हरियाणा के अधिकारी नोहर फीडर के पानी के लिए अनदेखी करते हैं। आंदोलन में साथ रहेगा।
इस दौरान राजकुमार जाखड़, आशीष, रमेश घणघस, विक्रम डुडी, सरदार गुरमेल सिंह ने भी विचार रखे।
आठवें दिन किसान हरिसिंह ज्याणी, जसवंत गोदारा, सुनील ज्याणी, शेर सिंह ज्याणी, मनोज ज्याणी क्रमिक अनशन पर व अन्य किसान धरने पर बैठे थे।
इस दौरान महापंचायत में पहुंचने के लिए गांव-गांव जाकर किसानों से अपील करने के लिए सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं।

आगे क्या
आठ जुलाई को किसान फेफाना में सबसे बड़ी महापंचायत करेंगे। इस दौरान 50 से अधिक गांव ढाणियों व चक्कों के किसान महापंचायत कर चक्का जाम या सरकारी दफ्तरों की और कूच भी कर सकते हैं ।

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