हनुमानगढ़ जिले में शुक्रवार को बारिश से मौसम सुहावना हो गया। तापमान में गिरावट आने से लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली। जिले में शुक्रवार सुबह हुई बरसात से धान की फसल को भी जीवनदान मिला। बरसात के बाद कई जगहों पर पानी निकासी नहीं होने से लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है।
तेज बारिश के बाद जिले में नगर निकायों के पानी निकासी के दावों की भी पोल खुल गई। जिले के कई कस्बों से जलभराव की स्थिति देखी गई। रावतसर कस्बे में मुख्य सड़क से लेकर अंदर बाजारों में गलियां लबालब हो गई, जिससे व्यापारियों को दुकान खोलने से लेकर आमजन को सड़क पार करने में भी दिक्कत महसूस हुई।
फसलों के लिए वरदान बरसात

बारिश के बाद किसानों के चेहरे इस बरसात से खिले-खिले नजर आए। किसानों ने बताया कि बरसात से धान की फसल को फायदा मिलेगा। साथ ही नरमे की फसल का भी उत्पादन बढ़ेगा। बारानी क्षेत्र के किसानों के लिए भी ये बरसात किसी संजीवनी से कम नहीं है। बारानी क्षेत्र में गर्मी से झुलस रही खड़ी फसलों को बरसात से बड़ी राहत मिली है।
18 एचएमएच में 30 बीघा फसल चौपट
जिला मुख्यालय के नजदीकी 18 एचएमएच में पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने से सड़क किनारे बनी नाली टूट गई, जिसकी वजह से सड़क किनारे 4 किसानों के खेत में खड़ी 30 बीघा खेत में धान की फसल पूरी तरह बह गई। आम आदमी पार्टी के सुरेंद्र बेनीवाल ने किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
हनुमानगढ़ तहसील में 30MM बारिश
हनुमानगढ़ तहसील में 30, पीलीबंगा में 12, टिब्बी में 65, रावतसर में 28, नोहर में 31 व भादरा तहसील में 1 एमएम बारिश होने की सूचना है। देर शाम 5 बजे तक पीलीबंगा में 7 एमएम बरसात हुई तो वहीं बाकी सभी जगह बरसात दर्ज नहीं की गई।