पुलिस मुकलावा के मुंशीराम को ढूंढ़ने में पुलिस ने खपा दिए 54 साल
अपराध यह कि अपने साथ किराए की साइकिल ले आया था
श्रीगंगानगर. मजदूरी के लिए श्रीगंगानगर जिले के गांव मुकलावा से 54 साल पहले बूंदी गया मुंशीराम लौटा तो अपने साथ किराए की साइकिल ले आया। इस पर उसके खिलाफ मामला दर्ज हो गया। थाने में मामला दर्ज हुआ तो पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।
लेकिन उसे खोजने में पुलिस को 54 साल लग गए। उस समय मुंशीराम की उम्र थी 38 साल। गिरफ्तारी हुई तो उम्र हो चुकी थी 92 साल। उम्र को देख उसकी हालत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। उस समय साइकिल की कीमत होगी 100-150 रुपए। पुलिस की दरियादिली देखिए कि नाक का सवाल बने इस अपराधी को पकड़ने के लिए उसने तीन हजार रुपए का इनाम तो घोषित किया ही। उसे ढूंढ़ निकालने पर भी भारी भरकम राशि खर्च कर दी।
बूंदी कोतवाली थाना क्षेत्र की एक साइकिल की दुकान से 59 आरबी हाल 4 केएएम, 30 एपीडी, 90 जीबी मुकलावा श्रीगंगानगर निवासी मुंशीराम पुत्र नत्थूराम कुमावत ने किराए की साइकिल ली थी। उसने साइकिल नहीं लौटाई तो मामला दर्ज हो गया। मामला वर्ष 1967 का है।
बीच में एक-दो पेशी के दौरान गिरफ्तारी होने के बाद आरोपी की जमानत भी हो गई। बाद में पेशी पर नहीं आने पर न्यायालय ने 1968 में स्थाई वारंट जारी कर दिया था। तब से आरोपी फरार चल रहा था। बूंदी की स्पेशल टीम के प्रभारी मुकेश मीणा ने बताया कि मुंशीराम श्रीगंगानगर से बूंदी मजदूरी करने आया था। उसने एक दुकान से किराए पर साइकिल ली, जिसे लौटाए बिना अपने गांव चला गया।
दुकानदार ने ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई तो उसे पकड़ कर न्यायालय में पेश किया। जमानत पर छूटने के बाद वह पेशी पर नहीं आया तो न्यायालय ने स्थाई वारंट जारी कर दिया। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर तीन हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। पुलिस ने 54 साल बाद 22 जून को उसे उसके गांव से गिरफ्तार किया और बूंदी ले जाकर न्यायालय में पेश किया।
उसकी हालत और उम्र को देखते हुए न्यायालय ने जुर्माना लगाकर जमानत पर रिहा कर दिया। जब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बूंदी पुलिस ट्रोल होने लगी। लोगों ने तरह- तरह के कमेंट किए।