Safarnama news Hanumangarh
सरकार वन महोत्सव अभियान चला कर पर्यावरण को बचाने में जुटी हुई है। दूसरी तरफ इसी सरकार के जनप्रतिनिधि व कर्मचारी हरियाली को नष्ट करने पर तुले हुए। पंचायत सड़क का निर्माण करवाने के लिए काफी वर्षों से खड़े नीम के पेड़ कटवा रही है । पंचायत का कहना है कि निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है। वहीं ग्राम पंचायत फेफाना ने पेड़ काटकर खुर्द बुर्द भी कर दिए हैं।

लेकिन बता दें कि कई जगह प्रदेश में सड़क के बीच पेड़ आने पर उसे बीच में रखकर चारों तरफ सड़क का निर्माण करवा दिया जाता है। कई जगह पेड़ को बचाने के लिए सरकार पूर्व निर्धारित योजना के तहत बनने वाले हाईवे को भी टेढ़ा मेढ़ा करवा रही हैं।इधर फेफाना पंचायत इंटरलॉक सड़क के लिए हरे पेड़ों को ग्रामीणों के विरोध के बावजूद बलि चढ़ा रहीं हैं। ग्राम पंचायत का कहना है कि पंचायत ने हरे पेड़ों को कटवाने का प्रस्ताव लिया। लेकिन याद रहे ग्राम पंचायत के प्रस्ताव से नहीं प्रशासनिक अनुमति लेनी पड़ती है।

ग्राम पंचायत से ऊपर भी कई लोक सेवक बैठते हैं। छिपाना पंचायत अपने प्रस्ताव को ही सर्वोपरि मानती है लेकिन ऐसा राजकार्य में कहीं लिखा नहीं कि ग्राम पंचायत बिना अनुमति अपने प्रस्ताव पर ही ऐसे सार्वजनिक कार्य निपटा लें। ग्रामीणों की मांग है कि ग्राम पंचायत सरपंच मैना देवी जयाणी व ग्राम विकास अधिकारी विवेक श्योराण

के खिलाफ हरा पेड़ काटने का प्रकरण दर्ज कर जांच की जाए और जांच पूरी होने तक ग्राम विकास अधिकारी विवेक श्योराण को निलंबित किया जाए।