सफरनामा न्यूज फेफाना/नोहर
नोहर फिडर में लगातार पिट रही पानी की बारियों को लेकर जसाना वितरिका के किसानों ने रविवार को फेफाना से जनानियां संपर्क सड़क पर स्थित 7 जे एस एन जसाना
धरना शुरू कर दिया इससे पहले किसानों ने फेफाना चौंकी प्रभारी के मार्फत सिंचाई विभाग के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान किसान पूर्व पंचायत समिति प्रधान अमरसिंह पूनिया, काशी राम ढुकिया,राजकुमार जाखड़, बोहड़ सिंह, रवि भादू, गुड़िया के पूर्व सरपंच मनीराम गढ़वाल, विक्रम डुडी, हवासिंह बिजारणियां, सुरजीत पूनियां,मंगतूराम डूडी,मदन पूनियां, जगदीश डूडी, सत्यप्रकाश, शीशपाल, मान सिंह बिजारणियां,देवकरण,शेर सिंह जाखड़, रमेश घणघस, लालचंद सिहाग , देवीलाल बिजारणियां, जयपाल सहारण, लालचंद सुथार, बलवीर छिंपा,आन्नद शर्मा,सोहन घणघस, सहित फेफाना,जसाना, गुड़िया, पदमपुरा, राजपुरिया,मोधूवाली ढाणी, सहित गांवों, चकों के किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।

किसानों ने बताया कि हरियाणा से नोहर फीडर में पानी न आने के कारण दो दिनों से रेगुलेशन में चल रही जसाना वितरिका के किसानों की बारियां पिट रही हैं। पूरे पानी को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रयास नहीं किए जा रहे ओर अधिकारियों की हरियाणा सुनवाई नहीं करता। बता दें कि जनवरी माह में जसाना आंदोलन में हुए समझौते में विभाग ने बिना उतार-चढ़ाव के 200 क्यूसेक पानी हरियाणा से नोहर फीडर में दिलवाना तय किया था।
4 माह से लगातार पिट रही बारियां, विभाग व जनप्रतिनिधि मौन:

लेकिन मार्च माह के बाद अनियमित रूप से पानी मिला हैं। विदित रहे कि नोहर फीडर का निर्धारित 332 क्यू.पानी हैं। लेकिन विभाग 200 क्यू.की डिमांड हरियाणा को भेजता हैं। ताकि क्षेत्र की नहरें व माइनर फीड हो सकें। 31 मई 16 जून तक के रेगुलेशन में हरियाणा द्वारा नोहर फीडर में पानी की आवक 80-100 क्यू.के बीच रखी। जिस कारण प्रथम वरीयता की नहर के किसानों की बारियां पिट गई। विभाग के एसई बजरंगलाल व एक्सईएन दीपक कुमार ने हरियाणा जाकर उच्चधिकारियों से वार्ता की। लेकिन पानी नहीं बढ़ाया। विभाग ने 16 जून से 2 जुलाई को रेगुलेशन जारी किया। 16 से 24 जून तक एक दिन पानी की मात्रा 150 क्यू.हुई अन्य दिनों 90-100 क्यू.चला। 24 जून शाम को फेफाना हेड से जसाना वितरिका में पानी छोड़ा गया। लेकिन 23 जून की रात से हरियाणा ने पानी की आवक ओर घटा दी। नतीजन 123 क्यू.क्षमता वाली जसाना वितरिका में 25 व 26 जून को मात्र 50-55 क्यू.पानी प्रवाह होने से दो दिनों में बारी वाले किसानों की बारियां पिट गई। रविवार को जसाना वितरिका के किसानों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के नाम चौकी प्रभारी को ज्ञापन सौंपा ओर धरना शुरू कर दिया।
एक बार नहीं मिला सिंचाई पानी
नोहर फिडर के किसानों के अनुसार जसाना आंदोलन में
विभाग ने किसानों के साथ किए लिखिति समझौते के प्रति गंभीर नहीं हैं मार्च के बाद जसाना वितरिका से जुड़े खेतों में एक बार सिंचाई पानी नहीं लगा। पानी बस पेयजल के लिए पर्याप्त हैं। विभाग से मिलकर वार्ता करेंगे।